बनारस कि बयार
ये तो बता
कि, तुम दुनिया में सबसे अच्छी
क्यों लगती हो कोई
तुम्हारे जितना अच्छा क्यों नही है
ये बता तो
कि, तुम इतनी भोली इतनी भली
इतनी निश्छल
इतनी निर्दैश
इतनी निर्दोष क्यों हो
तुम्हारे जितना उदार
तुम्हारे जितना प्यारा कोई क्यों नही है
इतनी सीधी सी बात का भी जवाब क्यों नही मिलता
ये तो बता
कि, तुम दुनिया में सबसे अच्छी
क्यों लगती हो कोई
तुम्हारे जितना अच्छा क्यों नही है
ये बता तो
कि, तुम इतनी भोली इतनी भली
इतनी निश्छल
इतनी निर्दैश
इतनी निर्दोष क्यों हो
तुम्हारे जितना उदार
तुम्हारे जितना प्यारा कोई क्यों नही है
इतनी सीधी सी बात का भी जवाब क्यों नही मिलता
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