Sunday 23 March 2014

मन्नू रम्भा के लिए दीवाना हो गया 
और हमेशा ये गता रहता 
दिल नही लगता अकेले में 
रम्भा रानी, मिलो तबेले में 

ये तमाशा गांव कि लड़कियों ने देखा 
पूजा सबकी लीडर  बनी 
उअर सबने मन्नू से कहा कि 
रम्भा ने तुम्हे दुपहरिआ में 
ताऊ के तबेले में मिलने 
अकेले बुलाया है 
मन्नू सांझ तक तो, खुद को 
सजाता रहा 
मंहगा कुरता पहना 
एकदम झकास होकर पहुंचा 
अँधेरा हो गया था 
पूजा व् सभी लड़कियों ने उसे 
तबेले में धकेल दिया 
बाहर से फाटक ख़त से बंद क्र दिया 

इसबार मन्नू भैस के कदमों में जा पहुंचा 
पर प्यार में दिल कि धड़कन तेज हो रही थी 
बोला , रम्भा रानी , ये तुम्हारे बालों कि छोटी 
कैसी महक रही है 
तुम्हारे बाल तो, बहुत रेशम जैसे है 
आज क्या मिटटी लगा आयी हो 
तब, भैस ने अपना पांव मन्नू के सामने पटका 
मन्नू खा गया झटका 
बोला, रम्भा रानी , ऐसे पांव न दो 
गुदगुदी होती है 
फिर के पांव छूकर बोला 
रानी, तुम्हारे पांव तो, मख्खन मलाई के है 
ये आजकयअ , उबटन लगा आयी हो 
तब ,भैंस ने मन्नू के ऊपर कृपा करते हुए 
अपना गोबर उसके सर पर क्र दिया 
और शुशु का छिड़काव भी क्र दी 
अबतो, बेचारा मन्नू अधमुंसा हो गया 
लड़कियों ने झटसे ,
१०० वोल्ट का बल्ब जला दिया 
और सब मन्नू पर हंसने लगी 
मन्नू ने देखा उसने भैंस कि पूंछ और पांव पकड़कर 
अपने प्यार का इजहार किया है 
तब वो, अपने सर पर गोबर का लेप किये भगा 
ताऊ के तबेले में पीछे से भाग 
ताऊ ने कहा , हमार रामदुलारी भैंसवा का 
प्यार भी किस्मत से मिलता है 
बेचारा मन्नू मुख छिपाते निकला 
किन्तु, अर्चना अपना हिसाब पूरा क्र 
बहुत खुस थी 
उसने लड़कियों का शुक्रिया किया कि 
वो, सब उसका बदला लेने में साथ थी 

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