Thursday 27 March 2014

प्यार को प्यार से रहने दो 
और प्यार को प्यार से जीने दो 
कभी 
कभी प्यार से कहने दो 
कभी प्यार सेसुनने दो 
यदि प्यार है तो 
प्यार रहेगा 
वर्ण तकरार से क्या हासिल है 
मुझे सिर्फ प्यार से \प्यार के लिए 
प्यार में 
प्यार में जीने दो 
प्यार न रहे तो 
जीना दुस्वार होगा 
जिंदगी से प्यार हो 
इसलिए तुम 
अपने से प्यार करने दो 
प्रश्न ये नही कि तू चाहे या नही 
प्रश्न ये है कि 
मेरे मन प्यार है या नही 
यदि , मुझमे प्यार है 
तभी प्यार का क ख ग महसूस होगा 
यदि हमारे भीतर प्यार नही हो 
तो, कोई कितना ही प्यार करे 
हम उसे नही प् सकते 
इसलिए प्यार को 
प्यार से महसूस करने दो 
ये प्यार ही हमारे जीने के बाद 
हमारी मरतु के बाद 
म्रत्यु के बाद जीवित रहेगा 
यदि, प्यार नही है 
तो, शायद हमारे बाद 
हम नही बचेंगे 
अगरबत्ती के धुंए जितनी देर भी 
इशलिये 
आज तुम मुझे 
अपने प्यार के लिए 
  नही होगा कि ये 
कि ये प्यार  
 ये प्रश्न नेपथ्य में रहने दो 

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