आयशा एक नन्ही बच्ची
जो, सिर्फ स्व स्वा बरस की है उसकी मम्मी
के ऑफिस जाने के बाद बिल्डिंग वालों संग खेलती है
आज उसकी नानी दुबई गयी
उसके रूम के सामने सन्नाटा पसरा है
मई उदाश हूँ सोचकर
की कोई भी जाये हमे उदास कर जाता है
जो, सिर्फ स्व स्वा बरस की है उसकी मम्मी
के ऑफिस जाने के बाद बिल्डिंग वालों संग खेलती है
आज उसकी नानी दुबई गयी
उसके रूम के सामने सन्नाटा पसरा है
मई उदाश हूँ सोचकर
की कोई भी जाये हमे उदास कर जाता है
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