Sunday 24 July 2016

वर्ष को निहारते नयन 
ईश बर्ष फिरसे बारिश मद्धिम हो गयी 
जल्द पानी बरसे 
और सावन को अर्थ दे

Thursday 21 July 2016

जल्द अपनी आत्मकथा लेकर आउंगी 
अभी नई किताब आ रही है

Friday 8 July 2016

आजकल नहीं लिख सकी 
इतनी उलझन थी