मई झूझ रही हूँ इन सवालों से कि
हिन्दू इतना बिखर क्यों गया
इतना टूट क्यों गया
हमारा इतिहास हमारा गौरव पीछे
छूट क्यों गया
क्यों गंगा के किनारे जल धरा अवरुद्ध है किसने छीन लिए है
मेरे स्वर्णिम भारत के इतिहास को किसने रचा है ये
षड़यंत्र कि मेरा देश आज हिंदुओं को अस्पृश्य
कह्कर , गालियां देने लगा
बताओ, मेरे सवालों का जवाब दो मेरे ही देश में हिन्दू
इतना बेबस , इतना ठुकराया हुवा
घबराया हुआ
टुटा हुआ क्यों है
क्यों है, हिन्दू, अपने ही देश में पारया
हिन्दू इतना बिखर क्यों गया
इतना टूट क्यों गया
हमारा इतिहास हमारा गौरव पीछे
छूट क्यों गया
क्यों गंगा के किनारे जल धरा अवरुद्ध है किसने छीन लिए है
मेरे स्वर्णिम भारत के इतिहास को किसने रचा है ये
षड़यंत्र कि मेरा देश आज हिंदुओं को अस्पृश्य
कह्कर , गालियां देने लगा
बताओ, मेरे सवालों का जवाब दो मेरे ही देश में हिन्दू
इतना बेबस , इतना ठुकराया हुवा
घबराया हुआ
टुटा हुआ क्यों है
क्यों है, हिन्दू, अपने ही देश में पारया
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