Sunday 31 January 2016

तुम्हारी एक मुस्कान से क्या  हो गया
 हमेशा के लिए दिल,
मुझसे बिछुड़ गया 

Friday 29 January 2016

 जब मेरे पास लिखने को कुछ न होगा
तो, मई पुराने यादों के गीत लिखकर
समझ लूँ
कि कुछ नया लिखा है
kyunki
नया लिखना
हमेशा सुख देता है 

Wednesday 27 January 2016

 भाभीजी घर पर है
कैसा नाम है, सीरियल का
और , इसमें भाभी जी का किरदार जो है, वो उप्र व् बिहार की एक माध्यम वर्ग की नारी है, एक प्योर भाभीजी जिसे सभी पसंद करते है 
 हर कोई न्यूज़ में रहना चाहता है
लेकिन अच्छे काम करने से भी यंहा ज्यादा कोई आपको रेस्पॉन्स नही मिलेगा 

Tuesday 26 January 2016

happy birth day

  स्नेही रेनू
तुम्हे  जन्मदिन पर  नही मिलते मिलते हुए ,  ये तीसरा साल है , शायद मई ब्लैक लिस्ट हूँ , मुझे ख़ुशी होगी, अपने फ्रेंड लिस्ट  फिरसे  सकना , पर  लगता है , मेरी ये विश मेरे  जी ते जी शायद पूरी हो ,  जब  मित्र रही , तो पता  नही था कि  इतनी बड़ी हो , खैर ये जिंदगी  फिर फिर भी चल रही है
तुम हमेशा खुश रहो , इन्ही ईश्वर से मेरी प्रार्थना है है ,
तुमने जिंदगी  को जीने का  अंदाज  

Monday 25 January 2016

कल तुम्हारा जन्मदिन है,
बहुत ख़ुशी का दीन,  इन्तजार रहता है 
तुम इतना मुस्कराती रही 
इतना मुस्कराती हो और 
तुम्हारी मुस्कराहट में जैसे सब कुछ जीवन  सिमट आता है 
ये वादा करो, कि हमेशा इसी तरह से मुस्कराओगी मुस्कराओगी 
तुमने  को जीत लिया है 
उदासी को मात  है 
तुम बहुत अच्छी लगती हो 
क्यूंकि, तुम हरदम  मुस्कराती हो 
                                                                   

Saturday 23 January 2016

sanjh ki barish: barish ka mausam,

sanjh ki barish: barish ka mausam,: देखो ,बारिश का मौसम कितना ,इतराता आता अनुवाद भी गजब के होते है  यदि आप  कहे .... आज मौसम बड़ा , बेईमान है , तो , अनुवाद होगा weather...

sanjh ki barish: bahut sara likhna chahti hu

sanjh ki barish: bahut sara likhna chahti hu: जब भी लिखने बैठती हूँ, तो  लालची हो जाती हूँ, ऐसा  लगता है कि , इतना लिखूं कि ......समझ में नही आता की, इतना सारा एक बार में कैसे लिखू , और...

sanjh ki barish: sharad ke purv

sanjh ki barish: sharad ke purv: शरद के पूर्व सावन-भादो के बाद नदी का जल होने लगता है स्थिर व् स्वच्छ नदियाँ लगती है गहरी व् विश्त्रत किनारे के काश घिर जाते है ,श्वे...

Wednesday 20 January 2016

happy birth day, on 27 janevari
कुछ भी नही भेज सकी 
पर ये जन्मदिन बहुत शुभ है, मेरे लिए 
ये जैसे जीवन को उत्सव बनता है बनाता है 

Tuesday 19 January 2016

sabse jyada ise likha h

मई २७ के लिए
कुछ भी नही भेज रही 
कुछ अनमना तो लगता है पर 
ये भी पता है कि 
यदि तुम किसी को मानते हो तो उसकी 
जिंदगी में अवरोध न लाओ 

nav vadhu: ये मटककली  एक वो भी दिन था  जब तुम सारा दिन  घर आँ...

nav vadhu: ये मटककली 
एक वो भी दिन था 
जब तुम सारा दिन 
घर आँ...
: ये मटककली  एक वो भी दिन था  जब तुम सारा दिन  घर आँगन में  चहकती , मटकती  फिरती थी  सरे मोहल्ले भर में  हर ओरसे  तुम्हारे नाम के  प...

nav vadhu: ये ये शर्मीले नयन तुम्हारे  और बांकी चंचल चितवन  ब...

nav vadhu: ये
ये शर्मीले नयन तुम्हारे 
और बांकी चंचल चितवन 
ब...
: ये ये शर्मीले नयन तुम्हारे  और बांकी चंचल चितवन  बातें तेरी रसीली  तुम प्रीत का मधुब ye तुम कहा जाती हो ये  फूलों का गुच्छा हाथों में...

Saturday 16 January 2016

लिखने के प्रति अपनी दीवानगी से मई चमत्कृत हूँ, इससे मुझे  संतुष्टि मिलती है, हालाँकि अंग्रेजी से हिंदी लिखने में गलतियां होती है , पर ब्लॉग मैंने कैफ़े के  लिखे है
और जब मेरे पास लैपटॉप होगा   ठीक से लिख सकुंगी , आज इतना ही........ ये  संवाद भर रहा है .
लिखती  ,प्रधानमंत्री जी को पत्र, यंहा तक कि सिद्धिविनायक मंदिर के संचालक को भी, की गौ-माँ के प्रति सब अपना नज़रिया बदले, इसमें साधु समाज अपना योगदान क्यों नही देता है  

Wednesday 13 January 2016

जी भर भर के देखा तुझे 
पर जी न भरा 
बनारस की बयार 
तुम्हारे नयन तो रक्ष कर रहे है 

Saturday 9 January 2016

birth daymonth me
बहुत कुछ लिखना है , लेकिन 
लिखना नही हो रहा