लाज से भरे
तीखे तीखे
तुम्हारे नयन
म्र्दुहास से
झुके झुके
तुम्हारे नयन
बंकिम कटाक्ष से
कुछ कहते
तुम्हारे नयन
जब भी उठते है
लुट लेते है
तुम्हारे नयन
जोगेश्वरी
तीखे तीखे
तुम्हारे नयन
म्र्दुहास से
झुके झुके
तुम्हारे नयन
बंकिम कटाक्ष से
कुछ कहते
तुम्हारे नयन
जब भी उठते है
लुट लेते है
तुम्हारे नयन
जोगेश्वरी
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