Wednesday 23 April 2014

तुम साथ हो
हमेशा मेरे ख्यालों में हो 
किन्तु तुम्हे होना है वंहा दूध में घुली सककर की तरह
मिठास 
मिठास घोलती 
तभी तो प्यार की सफलता है 
जो, तुम्हारे जीवन को प्रतिपल प्रेम से परिपूर्ण कर दे 
ये चन्द्रमा से मुखदेवाली 
तुम्हारे होने का अहसास मुझसे अलग नही है किन्तु तुम्हारा जीवन, घर, उपवन मन सभी 
प्रेम की एकाग्रता से भरी रहे 
सम्प्रक्त रहो , और प्रगाढ़ सम्भन्धों में आबद्ध रहो 
तभी प्रेम की सार्थकता है 

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