Saturday, 30 August 2014

मैंने सोच लिया है, की चाहे जैसे भी हालत आये,
मई अपना लेखन करती रहूंगी 
ये जारी रहेगा 
ये मेरे लिए टप की तरह है 
घर का अपना काम करके 
लिखने में लगी रहूंगी 
हालाँकि अभी मेरी डाक नही मिलती 
मेरी रजिस्र्टय लौटा दी जा रही है 
लेकिन मेरा जो लिखने का जूनून है वो, जारी रहेगा 

bnaras ki byar: मेरे विवाह मेरे विवाह के पूर्व मैंने अपनी सगाई तोड...

bnaras ki byar: मेरे विवाह
मेरे विवाह के पूर्व मैंने अपनी सगाई तोड...
: मेरे विवाह मेरे विवाह के पूर्व मैंने अपनी सगाई तोड़ दी थी मुझे वंहा रिस्ता नही पसंद था मई कुछ समझ नही सकी थी  फिर भी वंही मेरा रिस्ता दोब...
मेरे विवाह
मेरे विवाह के पूर्व मैंने अपनी सगाई तोड़ दी थी मुझे वंहा रिस्ता नही पसंद था मई कुछ समझ नही सकी थी 
फिर भी वंही मेरा रिस्ता दोबारा किया गया 
मुझे फिरसे पाना एक प्रतिष्ठा थी,
मेरे लिए ७५ किलोमीटर की यात्रा देवी दर्शन कर की गयी वो भी पैदल 
फिरभी एक जबरन किये गए विवाह में मुझे रोज प्रति पल जो कास्ट सहने पड़े 
उनकी आजतक कोई सीमा नही है मुझे विवाह के तुरंत बाद इतने शाक लगा जिसे गिनना मुश्किल था आज भी उस अनमेल रिश्ते की पीड़ा मेरा बीटा सह रहा है 
मई किसीसे उस दर्द को कभी इसलिए नही कहती 
क्योंकि, एक लेखिका के रूप में 
मेरी प्रतिष्ठा नस्ट होती है मई चाहती हूँ आज की लड़कियां 
विवाह से पहले मालूमात करे कोई रिस्ता जबरन न किया जाये 
कुछ समय बाद सब कुछ संभल जाता है 
किन्तु जो, रिश्तों में खरोंच हो वो तन-मन पर भारी होते है 

Thursday, 28 August 2014

हमेशा याद आने की वजह
हमेशा  याद आने की वजह 
तू गरूर
तू गरूर में इतनी चूर क्यों है 

Tuesday, 26 August 2014

kya aap laut nhi sakti
जिंदगी से तुम दूर क्या गयी 
जिंदगी की खुशियां भी अपने साथ ले गयी हो 
ये तो तुम भी जानती हो की तुम्हारी 
तुम्हारी मुस्कराहट से 
खुशियों का चोली-दामन  का साथ है 

Saturday, 23 August 2014

Desi Funk

Desi Funk

Tu Mujhe Majnu Mane Na Mane By Samarpit & Gauri

लिखने की कोई सीमा नही होती 
फिरभी मेरी मुश्किलें है 
और बहुत बढ़ाएं है साधन नही होते वक़्त व् अनुकूलता नही होती क्या करूँ 
इस जीवन में कितना लिख सकती थी फिर भी नही हो सका 

Friday, 22 August 2014

 लिखते हुए जब अंतराल आ जाता है , तो लिखने के सूत्र तलाशना होते है 
आप किसी नए माहौल में जब जाते है, तो दिक्कते भी आती है 

Wednesday, 13 August 2014

क्यों इंसान दूसरों को अपना दुःख बताकर सहानुभूति बटोरना चाहता है 
लिखते
लिखते हुए थक जाती हूँ 
तब फिर ज्यादा चाहकर भी नही लिख पति 
हालत अनुकूल नही होते 

Monday, 11 August 2014

एक बार फिरसे अपने ब्लॉग पर लौट रही हूँ 
यह मेरे लिए सहज है 

Wednesday, 6 August 2014

bnaras ki byar: जैसे कृष्ण को प्यारी रूखमणी रानी जैसे पृथ्वीराज क...

bnaras ki byar: जैसे कृष्ण को प्यारी रूखमणी रानी 
जैसे पृथ्वीराज क...
: जैसे कृष्ण को प्यारी रूखमणी रानी  जैसे पृथ्वीराज को प्यारी संयोगिता राजकुमारी  जैसे राम जी को प्यारी सीता सुकुमारी  वैसे अमर जी को प्रिय...
जैसे कृष्ण को प्यारी रूखमणी रानी 
जैसे पृथ्वीराज को प्यारी संयोगिता राजकुमारी 
जैसे राम जी को प्यारी सीता सुकुमारी 
वैसे अमर जी को प्रिय किरण तिवारी 

इसमें गलत क्या लिखा है 
जो आप फेसबुक पर नही आने दे रही हो 
i am requesting, dear 
tujhe samajhme nhi aa raha kya
facebook pr ane de
facebook pr ane de
kya hua dear 
facebook pr aane do na 

bnaras ki byar: मेरे नावेल जवाकुसुम से ये दोहा देखिये ये शालिनी, ...

bnaras ki byar: मेरे नावेल जवाकुसुम से ये दोहा देखिये 
ये शालिनी, ...
: मेरे नावेल जवाकुसुम से ये दोहा देखिये  ये शालिनी, सहनायिका की सुहागरात पर नायक द्वारा कहा गया दोहा है ये एक रीती रही है  विवाह पर रीतिकाल...

Tuesday, 5 August 2014

मेरे नावेल जवाकुसुम से ये दोहा देखिये 
ये शालिनी, सहनायिका की सुहागरात पर नायक द्वारा कहा गया दोहा है ये एक रीती रही है 
विवाह पर रीतिकालीन परम्परा का निर्वाह हुआ है , इस दोहे में 

जैसे कृष्ण की प्यारी रूखमणी रानी 
जैसे पृथ्वीराज को प्यारी संयोगिता राजकुमारी 
जैसे राम जी को प्यारी सिया सुकुमारी 
वैसे अमर जी को प्रिय किरण तिवारी 

Monday, 4 August 2014

bnaras ki byar: बनारस की बयार तू है तो, जिंदगी में बहार है तू ह...

bnaras ki byar: बनारस की बयार 
तू है तो, 
जिंदगी में बहार है 
तू ह...
: बनारस की बयार  तू है तो,  जिंदगी में बहार है  तू ही तो  मित्रता की मिसाल है  तेरे नही होने से  सुना लगता  ये संसार है  आ फिरसे  ढे...
बनारस की बयार 
तू है तो, 
जिंदगी में बहार है 
तू ही तो 
मित्रता की मिसाल है 
तेरे नही होने से 
सुना लगता 
ये संसार है 
आ फिरसे 
ढेर सारे सवाल करने आ 
आ फिरसे चिड़ाने के लिए आ 

Saturday, 2 August 2014

bnaras ki byar: बनारस की बयार आभार तेरा की आज मित्रता दिवस है त...

bnaras ki byar: बनारस की बयार 
आभार तेरा 
की आज मित्रता दिवस है 
त...
: बनारस की बयार  आभार तेरा  की आज मित्रता दिवस है  तुम तो ऐसे चली गयी  बिना बताये  कभी नही सोचा  फिर क्यों किये थे  तूने पहली बार  मु...
बनारस की बयार 
आभार तेरा 
की आज मित्रता दिवस है 
तुम तो ऐसे चली गयी 
बिना बताये 
कभी नही सोचा 
फिर क्यों किये थे 
तूने पहली बार 
मुझसे इतने सवाल 
और जो आने का कहके गयी थी 
क्यों नही लौटी एक पलकों भी 
बनारस की बयार 
तुझे फिरसे देखने 
आखें तरसती है 
आ फिरसे वडा निभाने को आ 
तूने कहा था की तू, एक दिन लौटेगी 
फिर क्यों नही लौटती ख्यालों में तो 
तारों की तरह 
तू जगमगाती है 
फिर भी 
तेरी एक झलक के लिए 
आँखे तरस जाती है 
बनारस की बयार 
लौटकर जरूर आना 
फिर न करना कोई बहाना 
उर्वशी 
तुम्हारी हंसी 
उर में बसी 

bnaras ki byar: आज उस गरीब बालिका की तेरहवी है वो, बेचारी, जिसने ...

bnaras ki byar: आज उस गरीब बालिका की तेरहवी है 
वो, बेचारी, जिसने ...
: आज उस गरीब बालिका की तेरहवी है  वो, बेचारी, जिसने साराह-अठारह  सावन देखे होंगे उसके माता पिता ने उसकी शादी की थी जन्हा शादी हुई  वंहा उसे...
आज उस गरीब बालिका की तेरहवी है 
वो, बेचारी, जिसने साराह-अठारह  सावन देखे होंगे उसके माता पिता ने उसकी शादी की थी जन्हा शादी हुई 
वंहा उसे दसियों की तरह जिन था रत पीटीआई की वासना 
और दिनभर सास-ननद की सेवा में दिन कैसे गुजरते नींद से झूलती वो, लगी रहती 
कोई उसका खैरख्वाह भी नही था 
क्या हुआ, वो गरीब की बेटी थी किन्तु, ईश्वर ने उसे 
सोने से बनाया था 
सुंदर तन मन ऐसा की देखने वाले के ह्रदय में ममता उमड़ती 
किन्तु , उन दरिंदों को उसकी सेवा नही चाहिए थी उन्होंने उसका कत्ल कर दिया 
फिर जला दिया 
पुलिस को पैसे भर दिए 
कोई आवाज उठाने वाला नही था 
तब वो, क्या करती मर गयी 
सब चुप हो गए 
आज उसकी तेर्विन है ससुराल वाले उसकी मौत का जश्न मना रहे है 
कोई नही जो एक बेटी के लिए सोचे सब सत्ता व् पैसे के लिए सोचते है लोग भावना में नही 
चकाचौंध में जीते है 
किन्तु ईश्वर न्याय करेंगे 
जिस पति ने उसकी हत्या किया है 
उसका सर्वनाश जरूर होगा 
ऐसे भगवन किसी को नही बख्शते वे लोग देखते देखते मिट जायेंगे 
वरना मई समझूंगी 
की कृष्ण नही है 
ईश्वर है, तो 
उस बालिका को मरने वालों को सजा जरूर देंगे कानून ने उन्हें बख्शा तो क्या कान्हा उन्हें सजा दो 

Friday, 1 August 2014

bnaras ki byar: ये मेरी जिंदगी मुझे ख्वाबों में आकर मिलना तेरे भ...

bnaras ki byar: ये मेरी जिंदगी 
मुझे ख्वाबों में आकर मिलना 
तेरे भ...
: ये मेरी जिंदगी  मुझे ख्वाबों में आकर मिलना  तेरे भींगे आँचल में  जाने कितनी कवितायेँ  अनजाने में लिखी है
ये मेरी जिंदगी 
मुझे ख्वाबों में आकर मिलना 
तेरे भींगे आँचल में 
जाने कितनी कवितायेँ 
अनजाने में लिखी है