Saturday 26 July 2014

बनारस की बयार 
ये मेरा ब्लॉग है इसमें 
९०० से ज्यादा पोस्ट लिखी जा चुकी है 
ये ५००० टाइम्स पढ़ा जा चूका है 
ये पाठकों का प्यार है 
मई बता दूँ, की 
मई कभी बनारस नही गयी 
सिर्फ कल्पना से ही 
ये खाका खिंचा है 
उन यादों को सींचा है 
जो , मन के किसी कोने में दबी रही है 
हमेशा इन्ही लगता रहा की मेरा बनारस से पिछले जन्म का 
रिस्ता है 
मई बहुत लकी हूँ की 
बनारस से ज्यादातर 
मेरे फेसबुक फ्रेंड है 
ये क्या अच्छा नही 
की दिल बहलाने को 
ग़ालिब ये ख्याल। … अच्छा है मुझे अफ़सोस है की मेरे 
ज्यादातर घनिष्ठ परिचित अब फेसबुक पर मेरे साथ नही है 
ओके, वक्त की पाबन्दी है 
वरना कितना लिखती और 

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