क्या सोचती है
क्या समझती है
मुझे कुछ नही पता
मुझे सब है पता
तेरी मासूम मुस्कराहट
और चन्दन सा तेरा अंग-संग
तेरी राग रग से वाफिक हूँ
क्या समझती है
मुझे कुछ नही पता
मुझे सब है पता
तेरी मासूम मुस्कराहट
और चन्दन सा तेरा अंग-संग
तेरी राग रग से वाफिक हूँ
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