एक दो , इधर उधर के शी'र
शायद पसंद न आये
इनायत है ,नजरें तग़ाफ़ुल भी उनकी
बहुत देखते है , जो, कम देखते है
दूसरा शी'र
दुप्पटे को आगे से दोहरा न ओढो
नमूदार चीज छुपाने से हासिल
(मैंने नही लिखे है , इसलिए मुझ पर नाराज न होना )
ये जो दूसरा शेर है , ये अश्लील है
और डा मुन्नवर राणा ने ये बयान किया है
कि उर्दू शायरी में कितना पतन हो चूका था
शायद पसंद न आये
इनायत है ,नजरें तग़ाफ़ुल भी उनकी
बहुत देखते है , जो, कम देखते है
दूसरा शी'र
दुप्पटे को आगे से दोहरा न ओढो
नमूदार चीज छुपाने से हासिल
(मैंने नही लिखे है , इसलिए मुझ पर नाराज न होना )
ये जो दूसरा शेर है , ये अश्लील है
और डा मुन्नवर राणा ने ये बयान किया है
कि उर्दू शायरी में कितना पतन हो चूका था
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