देखो
देखो जो तुम चाहो वंही होगा
इतना गुस्सा क्यों करती हो
क्या बात हो गयी
मैंने जो लिखी थी
गलत था, तो नही लिखूनी
कभी नही लिखूंगी
आब तो गुस्सा त्याग दो
देखो जो तुम चाहो वंही होगा
इतना गुस्सा क्यों करती हो
क्या बात हो गयी
मैंने जो लिखी थी
गलत था, तो नही लिखूनी
कभी नही लिखूंगी
आब तो गुस्सा त्याग दो
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