मन्नू अंग्रेजी सिखने कि जी जन से कोशिश क्र रहा है
मन्नू रत याद कर रहा है
मन्नू-एस यानि गधा
भैंस यानि बफेलो
डुंग यानि गोबर
हग यानि गले मिलना
मन्नू -(किताब फेंक कर )छि , सब गंदा कर दिया , ये क्या क्या सिखाते है
रम्भा-क्या यद् नही करोगे, तो यु डिसमिस
मन्नू--जब देखो किस किस , हमे अंग्रेजी नही सीखनी
रम्भा--तब तो स्वम्ब्र होगा, पप्पू के साथ तुम्हारी लड़ाई होगी
मन्नू-ठीक है
यंहा मन्नू व् पप्पू कि लड़ाई होती है
घोड़े पर सर कि तरफ से चढ़ते हुए मन्नू गिर जाता है
घोडा उसे सर से उठाकर रम्भा के पांव में गिरा देता है
मन्नू--कमर तोड़ डाली, वैसे सही जगह फेंका ह, शाबाश , मेरे टट्टू
लाड़ली उसे उठाकर --तुम हर चुके हो , अब तुम्हारी रम्भा जी से सगाई नही हो सकती( वो सब चली जाती है )
मन्नू-सुना, कल कहलवाती का स्वम्बर है, आप सब आईये
अगले दिन सब आते है , सभी गांव के है, रम्भा भी है
मन्नू कहलवाती बनके आता है
मन्नू(सोचते हुए)-ये तो टट्टू वाला पप्पू है, इसे नही , जगमोहन, ये तो मेरा सौता है , ये भी नही
मन्नू जो कहलवाती बना है, कितने तरह से मुंह बनाकर सबको देखता है
मन्नू-रम्भा के सामने अत है
रम्भा(डरकर )नही, मई मर जाउंगी, कहलवाती मुझे बख्श दो
मन्नू--बीबीजी, आपको ही। ……(कहकर वो तेजी से रम्भा के गले में माला दल देता है ,रम्भा उठकर गुस्से में हर तोड़ देती है
सबमिलकर मन्नू को मरती है, तो मन्नू रम्भा को उठाकर दौड़ लेता है
रम्भा-मुझे उतरो
मन्नू-(सुस्ताते हुए)ये लो… मन्नू ज्योंही रम्भा को उतरता है, रम्भा उसे देखकर बेहोश हो जाती है
साडी लड़कियां आकर मन्नू को खूब मरती है
और रम्भा को होश में लाती है
मन्नू रत याद कर रहा है
मन्नू-एस यानि गधा
भैंस यानि बफेलो
डुंग यानि गोबर
हग यानि गले मिलना
मन्नू -(किताब फेंक कर )छि , सब गंदा कर दिया , ये क्या क्या सिखाते है
रम्भा-क्या यद् नही करोगे, तो यु डिसमिस
मन्नू--जब देखो किस किस , हमे अंग्रेजी नही सीखनी
रम्भा--तब तो स्वम्ब्र होगा, पप्पू के साथ तुम्हारी लड़ाई होगी
मन्नू-ठीक है
यंहा मन्नू व् पप्पू कि लड़ाई होती है
घोड़े पर सर कि तरफ से चढ़ते हुए मन्नू गिर जाता है
घोडा उसे सर से उठाकर रम्भा के पांव में गिरा देता है
मन्नू--कमर तोड़ डाली, वैसे सही जगह फेंका ह, शाबाश , मेरे टट्टू
लाड़ली उसे उठाकर --तुम हर चुके हो , अब तुम्हारी रम्भा जी से सगाई नही हो सकती( वो सब चली जाती है )
मन्नू-सुना, कल कहलवाती का स्वम्बर है, आप सब आईये
अगले दिन सब आते है , सभी गांव के है, रम्भा भी है
मन्नू कहलवाती बनके आता है
मन्नू(सोचते हुए)-ये तो टट्टू वाला पप्पू है, इसे नही , जगमोहन, ये तो मेरा सौता है , ये भी नही
मन्नू जो कहलवाती बना है, कितने तरह से मुंह बनाकर सबको देखता है
मन्नू-रम्भा के सामने अत है
रम्भा(डरकर )नही, मई मर जाउंगी, कहलवाती मुझे बख्श दो
मन्नू--बीबीजी, आपको ही। ……(कहकर वो तेजी से रम्भा के गले में माला दल देता है ,रम्भा उठकर गुस्से में हर तोड़ देती है
सबमिलकर मन्नू को मरती है, तो मन्नू रम्भा को उठाकर दौड़ लेता है
रम्भा-मुझे उतरो
मन्नू-(सुस्ताते हुए)ये लो… मन्नू ज्योंही रम्भा को उतरता है, रम्भा उसे देखकर बेहोश हो जाती है
साडी लड़कियां आकर मन्नू को खूब मरती है
और रम्भा को होश में लाती है
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