मन्नू का इंटरव्यू लेने एक पत्रकार अत है
पत्रकार --आप सारा दिन क्या करते है
मन्नू-अपनी दुल्हनिया को याद करते है
पत्रकार-और
मन्नू--और सबकॉम जो सब करते है, वो निपट क्र अपनी भैसीन कि सेवा जातां करते है
पत्रकार--और कुछ नही
मन्नू-जाओ, दिमाग मत खाओ, जो मन में आये लिख दो, हमे दुल्हनिया कि याद आ रही है, बात करने दो
मन्नू (मोबाइल पर )हलो, दुल्हनिया क्या क्र रही हो
रम्भा(मोबाइल पर)-बच्चे को दूध पिला रही हूँ
मन्नू(घबराकर )देखो, अभी तो,९ दिन भी नही हुए, बच्चा भी क्र ली
रम्भा--नही, ये बिल्ली का बच्चा है , हमने पली है
मननु --हम तुम्से मिलने शहर आ रहा हूँ
मन्नू शहर जाता है
रम्भा कि कामवाली संध्या --हु, आर यु
मन्नू --ज्यादा अंग्रेजी मत झाड़ो
संध्या--तुम तो गंवार हो, अंग्रेजी नही जानते
मन्नू--क्यों, जो अंग्रेजी वाले हिंदी नही जानते ,उन्हें तो हम गंवार नही कहते फिर तुम इतना जुल्म कहे क्र रही हो , हटो, हमको अपनी दुल्हनिया का मुख देखने दो
पत्रकार --आप सारा दिन क्या करते है
मन्नू-अपनी दुल्हनिया को याद करते है
पत्रकार-और
मन्नू--और सबकॉम जो सब करते है, वो निपट क्र अपनी भैसीन कि सेवा जातां करते है
पत्रकार--और कुछ नही
मन्नू-जाओ, दिमाग मत खाओ, जो मन में आये लिख दो, हमे दुल्हनिया कि याद आ रही है, बात करने दो
मन्नू (मोबाइल पर )हलो, दुल्हनिया क्या क्र रही हो
रम्भा(मोबाइल पर)-बच्चे को दूध पिला रही हूँ
मन्नू(घबराकर )देखो, अभी तो,९ दिन भी नही हुए, बच्चा भी क्र ली
रम्भा--नही, ये बिल्ली का बच्चा है , हमने पली है
मननु --हम तुम्से मिलने शहर आ रहा हूँ
मन्नू शहर जाता है
रम्भा कि कामवाली संध्या --हु, आर यु
मन्नू --ज्यादा अंग्रेजी मत झाड़ो
संध्या--तुम तो गंवार हो, अंग्रेजी नही जानते
मन्नू--क्यों, जो अंग्रेजी वाले हिंदी नही जानते ,उन्हें तो हम गंवार नही कहते फिर तुम इतना जुल्म कहे क्र रही हो , हटो, हमको अपनी दुल्हनिया का मुख देखने दो
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