Saturday 10 August 2013

jb, tu hi, uski mohbbat h

जब तू ही , उसकी
पहली मोहब्बत है
तो, वो इंकार क्यों करता है
गर , इंकार करता है , तो
दूसरों को
स्वीकार क्यों नही करता
तभी तो सोचती हूँ
कंही तुम ही तो
उसकी चाहत नहीं ?
      २
वो,मोहब्बत है ,
मोहब्बत कोई रिश्ता नही
वो, सिर्फ समर्पण होती है
इससे ज्यादा कुछ मत सोचना 

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