bnaras ki byar
Tuesday 28 January 2014
नदियों के बहते रहने का
सतत परवाह का सतत प्रवाह का
कोई कारन नही होता
सब यूँ ही होता है सूरज का उगना चाँद का निकलना
और फूलों का खिलना
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