Tuesday 17 September 2013

jldi kaho kya likhna h

पूरे  ५० hours बाद आई हूँ , जल्दी बताओ, की क्या लिखना है
यदि नेट पर नही आती तो, चिट्ठी लिखती हूँ
क्या करूं , ये जिंदगी मेरे लिए आसान  नही है
कभी न तो खुद चैन से रहती हूँ
न किसी को चैन से रहने देती हूँ 

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