बनारस की बयार
तेरा चन्द्रहार
मेरे एक एक शब्द से
बुना ये उपहार
नही बताना चाहती थी
अपना कोई दुःख
इशलिये कि
वो इंटरेस्टिंग नही है
नही पता , आज कैसे ये दुःख
व्यक्त हो गया
sorry
तेरा चन्द्रहार
मेरे एक एक शब्द से
बुना ये उपहार
नही बताना चाहती थी
अपना कोई दुःख
इशलिये कि
वो इंटरेस्टिंग नही है
नही पता , आज कैसे ये दुःख
व्यक्त हो गया
sorry
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