बालम fuktiya
ये एक युवक मन्नू, के गाँव से शुरू होती है
सुबह का समय है
कैमरा fullpant , वाइड ओपन
गाँव के घर का scene है
मन्नू का घर
मन्नू यानि मनमौजी
ये देवर है, फिल्म का कार्टून किरदार
उसकी दो भौजी है
गौर भौजी , व् पद्म भाभी
गौरा भौजी, व् पद्मा भाभी
फिल्म शुरू होती है,
गाँव के घर से
गाँव का घर का चों और से कैमरा scene लेता है
हरियाली है, व् कोठे में गौ रम्भा रही है
गौर भौजी , गंगा जी में स्नान कर बहुत सुबह ही घर आ रही है
तभी गाँव का बदमाश , पप्पू चौधरी आ रहा है, लोटा लेके
वो, गौर भौजी को, गलत तरीके से बोलता है
भौजी, घूँघट में अंचल का आड़ करके अपना जोबन छिपती है व् किनारा क्र निकलती है पहले,
हौले हौले , फिर दौड़ती हुयी, सीधे घर के आँगन में फिर पल्लू झटक के
गौ कजरी को कहती है
कहे, हमारे रखवाले इन्ह नही, तो जो चाहे बुरी नजरन से देखायिल बा
तभी कजरी कहता तुद क्र भागते हुए जाती है और पप्पू को ठोकर मर देती है जससे वो लंगड़ा हो जाता है गौर जाकर मन्नू को उठती है
नही, उठता तो, कामवाली मैना से बोलती है , की , जाकर एक घाघरी पानी मन्नू पर डाले पुरे, ससेने में संगीत अलग अलग होगा
ये एक युवक मन्नू, के गाँव से शुरू होती है
सुबह का समय है
कैमरा fullpant , वाइड ओपन
गाँव के घर का scene है
मन्नू का घर
मन्नू यानि मनमौजी
ये देवर है, फिल्म का कार्टून किरदार
उसकी दो भौजी है
गौर भौजी , व् पद्म भाभी
गौरा भौजी, व् पद्मा भाभी
फिल्म शुरू होती है,
गाँव के घर से
गाँव का घर का चों और से कैमरा scene लेता है
हरियाली है, व् कोठे में गौ रम्भा रही है
गौर भौजी , गंगा जी में स्नान कर बहुत सुबह ही घर आ रही है
तभी गाँव का बदमाश , पप्पू चौधरी आ रहा है, लोटा लेके
वो, गौर भौजी को, गलत तरीके से बोलता है
भौजी, घूँघट में अंचल का आड़ करके अपना जोबन छिपती है व् किनारा क्र निकलती है पहले,
हौले हौले , फिर दौड़ती हुयी, सीधे घर के आँगन में फिर पल्लू झटक के
गौ कजरी को कहती है
कहे, हमारे रखवाले इन्ह नही, तो जो चाहे बुरी नजरन से देखायिल बा
तभी कजरी कहता तुद क्र भागते हुए जाती है और पप्पू को ठोकर मर देती है जससे वो लंगड़ा हो जाता है गौर जाकर मन्नू को उठती है
नही, उठता तो, कामवाली मैना से बोलती है , की , जाकर एक घाघरी पानी मन्नू पर डाले पुरे, ससेने में संगीत अलग अलग होगा
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