बनारस के बसंत का
कंही अंत नही होगा
क्योंकि, ये तो,
म्रत्युन्जय की नगरी है
जन्हा कर्म है
म्रत्यु का उत्स है
और नश्वर जीवन को
महत्व मिलता है
उसकी मस्ती से
कंही अंत नही होगा
क्योंकि, ये तो,
म्रत्युन्जय की नगरी है
जन्हा कर्म है
म्रत्यु का उत्स है
और नश्वर जीवन को
महत्व मिलता है
उसकी मस्ती से
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