Saturday 31 May 2014

bnaras ki byar: आयशा एक नन्ही बच्ची जो, सिर्फ स्व स्वा बरस की है ...

bnaras ki byar: आयशा एक नन्ही बच्ची 
जो, सिर्फ स्व स्वा बरस की है ...
: आयशा एक नन्ही बच्ची  जो, सिर्फ स्व स्वा बरस की है उसकी मम्मी  के ऑफिस जाने के बाद बिल्डिंग वालों संग खेलती है  आज उसकी नानी दुबई गयी  उ...
आयशा एक नन्ही बच्ची 
जो, सिर्फ स्व स्वा बरस की है उसकी मम्मी 
के ऑफिस जाने के बाद बिल्डिंग वालों संग खेलती है 
आज उसकी नानी दुबई गयी 
उसके रूम के सामने सन्नाटा पसरा है 
मई उदाश हूँ सोचकर 
की कोई भी जाये हमे उदास कर जाता है 
बनारस की बयार 
ये तुम्हारा घर संसार है 
इसे तुम्हे ही सम्भालना है 

Friday 30 May 2014

bnaras ki byar: बनारस की बयार ये तुम्हारा संसार है जिससे तुम्हे ...

bnaras ki byar: बनारस की बयार 
ये तुम्हारा संसार है जिससे तुम्हे 
...
: बनारस की बयार  ये तुम्हारा संसार है जिससे तुम्हे  कोई अलग नही कर सकता  दुनिया में सवालों के जवाब  ढूंढने फिर निकलेंगे बुध्द  अपने घरस...
बनारस की बयार 
ये तुम्हारा संसार है जिससे तुम्हे 
कोई अलग नही कर सकता 

दुनिया में सवालों के जवाब 
ढूंढने फिर निकलेंगे बुध्द 
अपने घरसे 
क्योंकि, घर के आराम में 
कोई जवाब नही मिलते 

Wednesday 28 May 2014

पारिजात बनारस की बयार 
तुम्हारा है, ये संसार 
इसपर नही है 
 किसीका अधिकार 

Tuesday 27 May 2014

bnaras ki byar: वक़्त तेजी से बिता है, मेरे लिए, कभी ये धीमे बेआवा...

bnaras ki byar: वक़्त तेजी से बिता है, मेरे लिए, 
कभी ये धीमे बेआवा...
: वक़्त तेजी से बिता है, मेरे लिए,  कभी ये धीमे बेआवाज कदमों से भी गुजरता है मई ख़ामोशी में भी कुछ रचती हूँ  हमेशा चपल। …ये बिल्ली जैसी फुर्त...
वक़्त तेजी से बिता है, मेरे लिए, 
कभी ये धीमे बेआवाज कदमों से भी गुजरता है मई ख़ामोशी में भी कुछ रचती हूँ 
हमेशा चपल। …ये बिल्ली जैसी फुर्ती 
मुझे लिखने का रोग है , लोग इसे चस्का कह सकते है 
बहुत भरी होता है , बहुत बोझिल शौक है 
आप लिखते लिखते अक्सर अकेले हो जाते है 
घर बहार से कट जाते है 
मई यदि अपनी १० वि किताब के पहले नही जनि जाती हूँ तो, इसका कारण है मेरा 
कंही भी अपनी गोटी नही बिठाना, एकांतवास में सृजन तो होता है 
किन्तु आप जाने जाए , आपने क्या लिखा ये सामने आना चाहिए 
इश्लीए प्लीस यदि आप लिखते है तो छिपैये छिपाईये मत , सामने लाइए 
किंतु, कैसे बड़े पापड़ बेलने होते है 
पत्रिकाओं के चक्कर में उम्र निकल जाती है 
आप किसी पत्रिका में भेजकर प्रतीक्षा करते है किन्तु उसका सारतत्व मारकर कोई अपने नाम छाप ले जाता है 
इश्लीए भले ही छोटा हो, यदि पहचान का है, तो छोटे अख़बार से जुड़े , पैसे भी मांगे, यदि ऐसे ही छाप रहे है, तो प्रति तो दे ही 
यदि आपको लिखना पढ़ना पसंद है तो शिक्षा के क्षेत्र से जुड़िये 
आपके पीछे ठोस आर्थिक आधार जरुरी होता है, चाहे वो, घर से हो 
चाहे आपने काम किया हो 
कुछ न कुछ करते रहे 
हो सके तो हमउम्र व् समान पसंद वालों से मिलकर कोई सभा गोष्ठी का आयोजन किसी खास अवसर पर करे 
सभीसे मेलजोल , और अपने कला का प्रदर्शन एक अच्छे माहौल को जन्म देगा 
बच्चे,, युवा व् बुजुर्गों को जोड़े सम्मिलित प्रयास से घर व् जीवन में बहुत ऊर्जा व् उत्साह मिलता है 
मई आज इंद्रकुमार जी के ऑफिस गयी थी, 
मुझे सफलता नही मिली है किन्तु प्रयास करना मेरा धर्म है 
आप भी किसी न किसी दिशा में कुछ करे, चाहे वो किसी गीत को गुनगुनाना, सीखना क्यों न हो 
इससे आपको घुटन नही महसूस होगी, अपना ज्ञान दूसरों से बनते व् हुनर से दो पैसे कमाए , ये बहुत सुख देता है,. कोई भी यदि काम करके पैसा कमाए तो, उसे छोटा नही जाने, अपितु, उसका हौसला बढ़ाये 

Monday 26 May 2014

bnaras ki byar: १५ जून को मुंबई छोड़ते हुए मन में उमंग भी है , मन भ...

bnaras ki byar: १५ जून को मुंबई छोड़ते हुए मन में उमंग भी है , मन भ...: १५ जून को मुंबई छोड़ते हुए मन में उमंग भी है , मन भारी भी है , बिना जान-पहचान के मई यंहा आ गयी , तीसरी बार मैंने fwa का मेंबरशिप ली,  मेरी...
१५ जून को मुंबई छोड़ते हुए मन में उमंग भी है , मन भारी भी है ,
बिना जान-पहचान के मई यंहा आ गयी , तीसरी बार मैंने fwa का मेंबरशिप ली, 
मेरी लिए बेहद भावुकता भरा क्षण होगा, क्योंकि लगातार संघर्ष में भागते मेरे ४ माह 
कैसे बिट गए, पता ही नही चला।  अब जब घर जाउंगी, वंहा भी घोर व्यस्तता मेरी 
प्रतीक्षा में होगी , वंहा की जिम्मेदारियों से निपटकर फिर मुंबई का रुख करूंगी, लोग कहते है, इसे सपनों का शहर , यंहा रहने पैसा व् काम जॉब चाहिए। 
आज मई रजत रवैल के ऑफिस गयी जो, की राहुल रवैल के बेटे है , बहुत ही जाहिं है 
जाहिं , वे लोग बहुत अच्छे है, किसी भी प्रोडक्शन हाउस से जुड़ूंगी, अगली बार लौटूंगी, तो ११ माह रहूंगी , देखे क्या होता है 
आज फ्रांसिस के फ्लैट पर गयी, अपना बायो के साथ कमेंट छोड़ा , की उनकी प्रेरणा से मैंने एक सांग 
बनाया है , देशी फंक , देखे वे क्या कहते है 
ये शहर मुझे प्यारा लगता है, क्योंकि मेरे सपनों का रास्ता इन्ही से होकर जाता है 
नेक्स्ट टाइम मई बड़े प्रोडक्शन हाउस जाउंगी, इस बार मई बेटे के इलाज में लगी रही ,
जिसमे सफल भी रही , दवा में काफी खर्च किया , बीटा ठीक होकर मुझे गांव जाने कह रहा , उसे उसके 
काम व् जिंदगी से लगाना जरुरी है 
अपना काम उसके बाद आता है इस बीच मेरी किताब, पारिजात भी छापने चली गयी है बेशक ,
बहुत हलचल भरे दिन है ये। …… 

Sunday 25 May 2014

bnaras ki byar: बनारस की बयार जन्हा तक है तुम्हारा विस्तार बहुत...

bnaras ki byar: बनारस की बयार 
जन्हा तक है 
तुम्हारा विस्तार 
बहुत...
: बनारस की बयार  जन्हा तक है  तुम्हारा विस्तार  बहुत प्यारा है   तुम्हारा संसार  ये क्या लिख रही बहुत प्यारा है  तेरा साथ  क्या हुआ ज...
बनारस की बयार 
जन्हा तक है 
तुम्हारा विस्तार 
बहुत प्यारा है 

 तुम्हारा संसार 
ये क्या लिख रही बहुत प्यारा है 
तेरा साथ 
क्या हुआ जो तू छोड़कर 
चल देती है हाथ 
फिर भी रहता है 
तेरा साथ 
मेरे साथ 
क्योंकि तेरे अपरिमित सौंदर्य 
के अलावा 
तेरा स्वाभिमानी साहसी तेवर 
बहुत ही निखार पर है 
जानते है सभी बनारस की बयार 
आजकल अपने खुमार पर है 
बुलंदियों पर भी है 
बेहद सहज,
बनारस की बयार 

Chand Jaise Mukhde Pe bindiya sitara from the movie Sawan Ko Aane Do

Saturday 24 May 2014

संख्या से 
या ज्यादा होने से 
कोई महान नही होता 
क्योंकि, हिमालय 
और मानसरोवर एक ही है 

"TUM BIN JEEVAN KAISE BEETA"BY MUKESH,M:LAXMIKANT PYARELAL-"ANITA-1967"

Friday 23 May 2014

bnaras ki byar: बनारस की बयार के जलवे हजार जब चलती है सके बजार त...

bnaras ki byar: बनारस की बयार के जलवे हजार 
जब चलती है सके बजार 
त...
: बनारस की बयार के जलवे हजार  जब चलती है सके बजार  तो मतवाली की  ऋप्रषि पर  लूटते है, दिल बार बार  वो, निकलती है,  सामने से सबके  सर झु...
बनारस की बयार के जलवे हजार 
जब चलती है सके बजार 
तो मतवाली की  ऋप्रषि पर 
लूटते है, दिल बार बार 
वो, निकलती है, 
सामने से सबके 
सर झुककर तीर की तरह 
देखने वाले रह जाते है 
आहें भर भरके 

Tuesday 20 May 2014

Be Irada Nazar Mil Gayi To muj se dil wo mera mang_((Tauqer)) - YouTube.

bnaras ki byar: बनारस की बयार मेरे चांदनी गीतों को तुम अपने पास ...

bnaras ki byar: बनारस की बयार 
मेरे चांदनी गीतों को 
तुम अपने पास ...
: बनारस की बयार  मेरे चांदनी गीतों को  तुम अपने पास मत रखना  इन्हे आप गंगा जी के जल में  उस दिए के संग  चिट्ठी बनाके बहा देना  कंही ये ...
बनारस की बयार 
मेरे चांदनी गीतों को 
तुम अपने पास मत रखना 
इन्हे आप गंगा जी के जल में 
उस दिए के संग 
चिट्ठी बनाके बहा देना 
कंही ये तेरे अंचल में 
बोझ न बन जाये 
बंजारे की तरह 
बहते मेरे गीत 
तेरे स्पर्श से 
अमर बन जायेंगे 
किन्तु तुम उन्हें 
अपने पास मत रखना 

Monday 19 May 2014

बनारस की बयार
तुम्हारा भी शुक्रिया 

bnaras ki byar: पाठकों , आपका आभार क्या ये संजोग नही की मेरे फर्स...

bnaras ki byar: पाठकों , आपका आभार 
क्या ये संजोग नही की मेरे फर्स...
: पाठकों , आपका आभार  क्या ये संजोग नही की मेरे फर्स्ट सांग के रिलीज़ के समय ये ब्लॉग  ३९३९ टाइम्स रीड किया जा चूका है  आप सबका धन्यवाद
पाठकों , आपका आभार 
क्या ये संजोग नही की मेरे फर्स्ट सांग के रिलीज़ के समय ये ब्लॉग 
३९३९ टाइम्स रीड किया जा चूका है 
आप सबका धन्यवाद 

"Milti hai zindgi mein mohabbat kabhi kabhi"- ANKHEN (1968)

Saturday 17 May 2014

Milke Na Honge Juda.avi

चन्दन बदन 
खुशबु चमन 
तेरा मिलान 
जैसे धरती गगन 

bnaras ki byar: chandan badan is trh se shamil hai tujaise foolo...

bnaras ki byar: chandan badan 
is trh se shamil hai tu
jaise foolo...
: chandan badan  is trh se shamil hai tu jaise foolon me khushbu  प्रियतमा  इसतरह से  जीवन में शामिल है तू  जैसे फूलों में खुशबु  ऐसे ...
kisi ko love u kahne ke liye bhi 
juban chahiye
jo,ek lover ke pas nhi hoti
chandan badan 
is trh se shamil hai tu
jaise foolon me khushbu 
प्रियतमा 
इसतरह से 
जीवन में शामिल है तू 
जैसे फूलों में खुशबु 
ऐसे शामिल रही तू की संग रहकर 
की तेरे साथ होकर 
नही कह सके कभी तुझे 
i love u
What is love 
When part of you day and night 
My Life 
Become the sun - shade 
What is love 
Not even when you 
Sung to feel 
Usually with me 
What is love. When you're not ...
When you're not in life
With my
're Still coming to
In memory 
बनारस की बयार 
समय के ढेरों धारों सा वक़्त 
बाह जाता है 
याद रह जाता है 
बस एक तेरा नाम 
बनारस की बयार 
सिर्फ तेरी याद। …… 
बनारस की बयार 
ये होहर प्यार 
ये तोहार प्यार 
फिर नही कछु और की 
दरकार 
लजसे लाजसे भीगी 
 तुम्हारी हंसी 
और चंचल  चितवन का 
कोई जवाब  नही है 

bnaras ki byar: मस्त नजरों वाली तेरे आगे नजारे भी फीके है तेरी आ...

bnaras ki byar: मस्त नजरों वाली 
तेरे आगे नजारे भी फीके है 
तेरी आ...
: मस्त नजरों वाली  तेरे आगे नजारे भी फीके है  तेरी आँखे काली काली है  चितवन तीखे तीखे है   बहुत खिले खिले दिन थे  आज भी  है बहुत  बहुत...
मस्त नजरों वाली 
तेरे आगे नजारे भी फीके है 
तेरी आँखे काली काली है 
चितवन तीखे तीखे है 

 बहुत खिले खिले दिन थे 
आज भी  है बहुत 
बहुत खिले खिले दिन थे 
 जब पहली बार ,  बारिश में 
हम तुम मिले थे 

Friday 16 May 2014

जानेमन की जनलेति मुस्कराहट 

Thursday 15 May 2014

bnaras ki byar: तू जब  याद आएगी पलकें मेरी भींग जाएगी किन्तु, मे...

bnaras ki byar: तू जब  याद आएगी 
पलकें मेरी भींग जाएगी 
किन्तु, मे...
: तू जब  याद आएगी  पलकें मेरी भींग जाएगी  किन्तु, मेरी फ़िक्र से अछूती  तुम अपनी मस्ती में मुस्कराओगी
तू जब  याद आएगी 
पलकें मेरी भींग जाएगी 
किन्तु, मेरी फ़िक्र से अछूती 
तुम अपनी मस्ती में मुस्कराओगी 

Naino Me - Mera Saya - Sunil Dutt & Sadhana

Wednesday 14 May 2014

Didi Tera Devar Deewana - Madhuri Dixit, Salman Khan - Bollywood Superhi...

मेरे तेज को जो शीतल करे , वंही गंगाजल 

(Jaal) Yeh raat yeh chandni phir kahan.

bnaras ki byar: तुम जब भि सजती संवारती हो संवरती हो तब तब, सुहाग...

bnaras ki byar: तुम जब भि सजती संवारती हो 
संवरती हो 
तब तब, सुहाग...
: तुम जब भि सजती संवारती हो  संवरती हो  तब तब, सुहागरात हो जाती है  यूँ कहे  तुम रास्र्ट् रास रत हो जाति हो  जाती हो  आज फिर पूर्ण चंद...
तुम जब भि सजती संवारती हो 
संवरती हो 
तब तब, सुहागरात हो जाती है 
यूँ कहे 
तुम रास्र्ट् रास रत हो जाति हो 
जाती हो 

आज फिर पूर्ण चंद्रमा निकलेगा 
तुम्हे फ़िर कविता कि क्य जरुरत 
जब सच मे प्रणय 
सन्मुख हो तुम्हारे 
बांहे प्रसार 
प्रसारे 
रहो आगोश मे 
और प्रेम मे मदहोश। …। 

Monday 12 May 2014

प्राणप्रिये 
प्रिये 
सुहग्रति 
सुहागराती लाज से 
अरुण होते 
तुम्हारे कपोल 
जब भावी जीवन की 
प्रेम-सरिता मे 
विचारों में 
तुम क्र राहीं थी 
किल्लोल 

Sunday 11 May 2014

तुम गलत मत समझना 
सोनू क घर बस्टी हि 
बसा देन बसा देना चहति हुँ 
वो, कब तक अकेला जियेगा 
जीवन है ये तो 
सबको घर बसाना चाहिए 
ये जीवन एसे नही कत्त  बितते 

Saturday 10 May 2014

तुम ही प्रेरणा रही 
तुम ही शक्ति 
तुमने ही मुझे संभाला 
और जब जीवन के आंधी-तूफान 
मुझे मिटने प्र तुल थे तुम हि मेरे अस्तीत्व को बचाती रहि 
फिर भी 
तुम्हारा उपकार नही सामने आय 
तुमने पर्दे के पीछे रहने हि सीखा  

Friday 9 May 2014

Ghar Aaja Pardesi Full and Complete Song

कोई किसी को प्यार करता है तो\
फालतू हो जाता है क्य 
ये भी तो सोचो 
प्यार नही करेंगे 
तो, दुनिया पागल हो जायेगी इश्लीए 
अल्तु फालतू प्यार करने वाले 
क्या दिखती हो क्य लागति हो 
क्या चलती हो 

Monday 5 May 2014

O Meri Sharmilee (O) - Sharmilee

मन है कि तुझपर 
कालिदास से भि ज्यादा 
मादक काव्य लिखूं तेरे चंदैनी 
तेरे चांदनी रंग के 
दुपट्टे सूट प्र 

DO KADAM TUM BHI CHALO, DO KADAM TUM NA CHALE - Mukesh&Lata - EK HASINA ...

तुम्हारी मीठी मधुर मुस्कान तीखी चिंतवन 
और मीठे क्तक्च , क्तक्च कटाक्ष 
तुम्हारा सादगी पूर्ण 
 तरतीब से सिले वस्त्र 
उसपर तुम्हारी सादगी 
और कटा बताऊँ चित्रलेखा 
क्या शायर बनाने 
किसीको 
इतना साजोसामान कम है 
तू ही बता, कोइ तुझे छोड़कर 
कहा जाये 
तेरे सिवा कहा पाये 
दिल की खुशियां 

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Looks very nice 
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: Then you Nikrti pro-duct  Looks very nice  Add your sweet smile  As world happiness Wing race  Is Smayi  You बहुत अच्छी लगती  The smi...

Sunday 4 May 2014

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Then you Nikrti pro-duct 
Looks very nice 
Add your sweet smile 
As world happiness Wing race 
Is Smayi 
You बहुत अच्छी लगती 
The smile बल खाती जब निकलती 
Street बयार जैसे 
You संग बह्क्तृ 
Bhkti 
Your आंखोब्न 
Eye में ख्वाब होते 
You सुघर सलोनी लगती 
All तुम्हारी सान्निध्य मे 
Prssnn होते 
And की किलोल करतीं तुम 
A चिड़िया, एक पखेरू जैसी 
Morning के मनोरम रंगों में 
How छवियों संग निखरती 
You प्र कविता 
You आप लिख जाती 
Yours सजना संवरना 
Everything एक लयबद्ध होता 
These सीधी सलोनी 
Safflower लता 
Yours अपने बाबुल के घर में होना 
A साजपर तरंगों का मचलना 
Flower बेल मे लरजना 
Nikrna संवरना 
You स्कूल फ़िर कॉलेज जाती 
You कभी भीगी लौटती 
Your सात्विक हंसी खिली खिली लगती 
You अपनी सहेलियों संग मिलती 
And ज्यादा गहरी होती 
Your मुस्कराहट मे 
Then भेदभरी बातों मे 
Chitwan मे 
Outspoken हंसी में 
Your यौवन के 
Your सौन्दर्य के 
How many समा जाते 
And तुम स्वयं एक 
Chitralekha जैसी गतिलगती 

Saturday 3 May 2014

O yara dildara mera dil karta..Admi aur Insan- Mahendra Kapoor -Sahir Lu...

अभी कुछ बरस हि तो हुये 
जब तू  नन्ही सि परि सि घर आयि थि फ़िर तुम 
आँगन में खेलने लगी थी घर क एक कोन 
कोना तेरी गुड़ियों से भरा होता था 
तुम फिर सारे घर को सजाने लगी थी 
तुंम्हारे खेल घर के कोने कोने को 
महकते गुलजार करते थे 
तुम हमेशा अपनी सहेलियों संग घिरीं रहती तुमहरि 
तुम्हारी बातें , तुम्हारी हँसि क कोइ अन्त नहीँ थ अ 
तुम अपने चाचा , ताऊ, पप पापा के कांधों प्र पर 
मोड़ तक घूम आती 
तुम बहुत नटखट थी 
धीरे धीरे तुमने 
माँ के कामों मे हाथ बंटाना सिख लिय अ 
अनजाने ही तुम घर के सरे कामों को सँभालने लगी 
घर की साज सम्भार भि तुम करतीं 
तुम्हे पता होती, मा कि व् पिता कि दवाऐं 
डॉक्टर की पर्ची 
और दादी कि थैलियां 
जब बहन कि शादी हुई 
तो, सारे मंडप मे तुम हि जैसे 
साडी शादी को संभाले थी ज्ब उसे बीता 
बेटा हुआ तो, तुम प्यारी मसि 
मासी उसे गोद मे लिये 
सारे मोहल्ले मे घूमती 
पुरे मोहल्ले के बच्चों को तुम दुलारती 
फिर तुम अपनी पढ़ाई मे लगतीं गयी 
तुम्हारे   सपने झिलमिलाने लगें 
कितने तरह के सपने.... रात आँखों मे 
तुम्हारे संग सोते जागते 
और तुम बड़ी होने लगी 
तुम्हारा सजना संवरना 
तुम्हारा आईने मे खुद को निहारना 
ओह, ये सब तुम्हे  कितना मीठा लगता 
और गली से निकलते 
तुम बदन बचके निकलतीं 
कभी झूमती चलती 
जब सखियों संग होती 
और जब अकेले होती तो गली से तीर 
सी निकलती। ……… 
शेष कविता कल। .... 

Friday 2 May 2014

तुम हो 
तुम्हारी मौजूदगी है 
क्या जिंदगी के लिये 
इतना पर्याप्त नहीं देखो 
देखो , 
तुम अचानक, धोखे से 
मुझे छोड़कर 
अपनी जिंदगी मे चली गयी 
ये भी नही सोच 
की हर पल 
तुम बहुत याद आती हो बहुत याद आती हो 

Thursday 1 May 2014

बनारस कि बयार 
तेरे सामने सनी लेओनी क्य है 
कुछ नही 
तुम जितनी मादक कोइ न्हि 
तुम्हारी नीली चुनर वलि 
चित्र याद अति है