bnaras ki byar
Saturday 23 May 2015
तेरी जगह और कोई नही
tere
तेरे ह्रदय -बिंदु पर
ठहरा मेरा प्रणय
1 comment:
MridulaNarula51
25 May 2015 at 04:29
गहरे सागर सा तेरा स्नेह ,रहरह कर गहराता है ,
क्यूँ न गहराए ,तू मेरी मॉ है
Reply
Delete
Replies
Reply
Add comment
Load more...
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
गहरे सागर सा तेरा स्नेह ,रहरह कर गहराता है ,
ReplyDeleteक्यूँ न गहराए ,तू मेरी मॉ है