Saturday 23 May 2015

तेरी जगह और कोई नही 
tere 
तेरे ह्रदय -बिंदु पर 
ठहरा मेरा प्रणय 

1 comment:

  1. गहरे सागर सा तेरा स्नेह ,रहरह कर गहराता है ,
    क्यूँ न गहराए ,तू मेरी मॉ है

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