तुम इतनी खूबसूरत हो की
तुमपर किसी दिन
जी भर कर
कविता लिखूं
तुम्हे प्रकृति से
एकाकार करते हुए
जिंदगी
जिंदगी बाकि न रहे
पर, तुम्हे चाहना
हमेशा शेष रहेगा
bahut कुछ
मन में होता है
लिखने को किन्तु
जब तुम्हारी
सुंदरता महसूस होती है
ये दुनिया को बताने का मन होता है
की, तुम, कितनी
पवित्र , सात्विक व् सुंदर हो
तुमपर किसी दिन
जी भर कर
कविता लिखूं
तुम्हे प्रकृति से
एकाकार करते हुए
जिंदगी
जिंदगी बाकि न रहे
पर, तुम्हे चाहना
हमेशा शेष रहेगा
bahut कुछ
मन में होता है
लिखने को किन्तु
जब तुम्हारी
सुंदरता महसूस होती है
ये दुनिया को बताने का मन होता है
की, तुम, कितनी
पवित्र , सात्विक व् सुंदर हो
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