Thursday 28 May 2015

अपनी साधनहीन जिंदगी में भी 
बहुत सपने देखे है 
बहुत रोमांस किया है 
आसमान को निहार कर सुबह 
पक्षियों को किसी अज्ञात दिशा में 
उड़ते देख 
नदियों को बहते देख 
और फूलों को खिलते देख 
जाने किन किन चीजों से 
बातों से 
अपने इतिहास से 
देश से 
और माटी के सोंधेपन से 
मैंने बहुत रोमांस किया है 
मुझे लगता है 
आप बिना रोमांटिक हुए 
नही जी सकते 
एक पल भी 
इसलिए 
कोई न कोई 
वजह हमेशा 
अपने मन में रखें 
जीने के लिए 

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