प्रेयशी
कितने दिनों से सोचा है
कि तुम्हे एक फूल देना है
कबसे ये फूल ,हाथों में लेकर
सोचा है कि
इस फूल को देखकर
तुम किस कदर
मोहकता से मुस्कराओगी
सच सच बताओ
क्या इस फूल के
मुरझाने के पूर्व
तुम एक बार
लौटकर नहीं आओगी
कितने दिनों से सोचा है
कि तुम्हे एक फूल देना है
कबसे ये फूल ,हाथों में लेकर
सोचा है कि
इस फूल को देखकर
तुम किस कदर
मोहकता से मुस्कराओगी
सच सच बताओ
क्या इस फूल के
मुरझाने के पूर्व
तुम एक बार
लौटकर नहीं आओगी
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