कुछ होता
कुछ नही भी होता
तो क्या फर्क पड़ जाता
इसलिए जो हो गया
वो अच्छा था
सोचो, और
आगे निकल जाओ
क्योंकि, करने को कुछ नही है
तुम्हारे हाथ में
जब नियति सब कर चुकी है
कुछ नही भी होता
तो क्या फर्क पड़ जाता
इसलिए जो हो गया
वो अच्छा था
सोचो, और
आगे निकल जाओ
क्योंकि, करने को कुछ नही है
तुम्हारे हाथ में
जब नियति सब कर चुकी है
No comments:
Post a Comment