बनारस की बयार
मेरे दिल की सरकार
आज नही लिख प् रही हूँ
ये, जानो, जानू , की
तुम्हारी वजह से मिला
इसे प्यार, बेशुमार
,2
प्यार क्या है
जैसे एक एक
लफ्ज लिखा जाता है
एक एक दाना बोया जाता है
बीएस, वैसे ही
हर साँस से
तेरा नाम लिया जाता है
बोलो, क्या ये सच नही है
मेरे दिल की सरकार
आज नही लिख प् रही हूँ
ये, जानो, जानू , की
तुम्हारी वजह से मिला
इसे प्यार, बेशुमार
,2
प्यार क्या है
जैसे एक एक
लफ्ज लिखा जाता है
एक एक दाना बोया जाता है
बीएस, वैसे ही
हर साँस से
तेरा नाम लिया जाता है
बोलो, क्या ये सच नही है
No comments:
Post a Comment