बनारस की बयार
उधार तो है उधार
वो, तो रहा उधार
और नही चाहिए तुम्हारा
उपहार , ये बात नही
कितना अच्छा लग रहा
की बस गया तेरा संसार
अचल रहे तेरा प्यार
उधार तो है उधार
वो, तो रहा उधार
और नही चाहिए तुम्हारा
उपहार , ये बात नही
कितना अच्छा लग रहा
की बस गया तेरा संसार
अचल रहे तेरा प्यार
No comments:
Post a Comment