बनारस
बनारस की बयार
आप कितना अच्छे दिवाली मनाती हो
और दिए जलाती हो
जब, भी दिए जलाओ
ध्यान रखो
अपना भी
मुन्ने का भी
वो, बहुत शरारती व् नटखट है
आप उसे जन्हा रखती हो
वो, वंहा से कंही और चले जाता है
एक जगह नही रहता
रोज, और क्या लिखूं
बनारस की बयार
आप कितना अच्छे दिवाली मनाती हो
और दिए जलाती हो
जब, भी दिए जलाओ
ध्यान रखो
अपना भी
मुन्ने का भी
वो, बहुत शरारती व् नटखट है
आप उसे जन्हा रखती हो
वो, वंहा से कंही और चले जाता है
एक जगह नही रहता
रोज, और क्या लिखूं
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