बनारस की बयार
आप, आप नाराज क्यों है आपको , कोई भी
आपकी इक्षा के विरुद्ध itum bomb नही कह सकता
मैभी नही
मुझेआपकी नाराजगी मोल नही एनी
आप नाराज रहोगी तो, लिखना बंद हो जायेगा आपको यदि
कहा हो तो, सॉरी
आइन्दा आपको कोई नही चिढ़ाएगा
आप तो, सौभाग्यशालिनी
सिद्धेस्वरी हो आपकी
पूजा आराधना ,
आपकी रंगोली सब सिद्ध है
अपने सबको साध लिया
है हो तो ,
आप मुस्कराती हो तो, कितनी प्यारी हो
सच्ची सच्ची प्रंशा तो हम करते है
बाकि तो, आपको मक्खन लगते है
जो, सांड पसंद नही
मई लिख क्या हु
आप शरत क्या करूँ ये कसम तुम्हारी
अर्चना की। ………
आप, आप नाराज क्यों है आपको , कोई भी
आपकी इक्षा के विरुद्ध itum bomb नही कह सकता
मैभी नही
मुझेआपकी नाराजगी मोल नही एनी
आप नाराज रहोगी तो, लिखना बंद हो जायेगा आपको यदि
कहा हो तो, सॉरी
आइन्दा आपको कोई नही चिढ़ाएगा
आप तो, सौभाग्यशालिनी
सिद्धेस्वरी हो आपकी
पूजा आराधना ,
आपकी रंगोली सब सिद्ध है
अपने सबको साध लिया
है हो तो ,
आप मुस्कराती हो तो, कितनी प्यारी हो
सच्ची सच्ची प्रंशा तो हम करते है
बाकि तो, आपको मक्खन लगते है
जो, सांड पसंद नही
मई लिख क्या हु
आप शरत क्या करूँ ये कसम तुम्हारी
अर्चना की। ………
hmne likha kuchh, isme aya kuch
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