बनारस
बनारस की बयार
आप नाराज नही वरना आप तो
छठ-पूजा की तैयारियों में मस्त व् व्यस्त हो
ऐसे में तुम्हारा नन्हा बीटा हमेशा
शु शू करके
उसे थप थप कर खेलता रहता है आपके
पास उसके लिए वक़्त जो नही होता
जब कोई उसे आपके सामने लाता है तो वो, तुम्हे देखकर
अपनी नाक पोंछ कर स्वच्छ होने की
पोसिशन बताता है
तुम्हे उसकी हरकतों से हंसी आ जाती है
और आप हंसकर उसे अपने कलेजे से लगा लेती हो
वो, भी तो इन्ही चाहता है
भूखा जो होता है
आप नाराज नही हो ,
ये पता ऐसे चला की
मेरी मेरे पलंग पर गयी
और मुझे ये समझ में आ गया की
कोई हमसे नाराज नही है
हम सभी इन्ही चाहते है की कोई से किसी के
कभी नही रूठे आप ऐसी ही खुश रहिये
बनारस की बयार
आप नाराज नही वरना आप तो
छठ-पूजा की तैयारियों में मस्त व् व्यस्त हो
ऐसे में तुम्हारा नन्हा बीटा हमेशा
शु शू करके
उसे थप थप कर खेलता रहता है आपके
पास उसके लिए वक़्त जो नही होता
जब कोई उसे आपके सामने लाता है तो वो, तुम्हे देखकर
अपनी नाक पोंछ कर स्वच्छ होने की
पोसिशन बताता है
तुम्हे उसकी हरकतों से हंसी आ जाती है
और आप हंसकर उसे अपने कलेजे से लगा लेती हो
वो, भी तो इन्ही चाहता है
भूखा जो होता है
आप नाराज नही हो ,
ये पता ऐसे चला की
मेरी मेरे पलंग पर गयी
और मुझे ये समझ में आ गया की
कोई हमसे नाराज नही है
हम सभी इन्ही चाहते है की कोई से किसी के
कभी नही रूठे आप ऐसी ही खुश रहिये
No comments:
Post a Comment