Friday 31 October 2014
Wednesday 29 October 2014
Monday 27 October 2014
बनारस
बनारस की बयार
कल ही तुमने अपने नन्हे मुन्ने के लिए डिपेर लायी हो
किन्तु, वो तुमसे ज्यादा माइंडेड है
तुम उसे डॉयपर पहना देती हो तो, फ़ौरन उसे उतारना मचलता है
ताकि, फिरसे पानी का खेल कर सके
किन्तु, उसके लाड में आकर तुम उसकी डॉयपर मत उतारना
वरना तुम इधर उधर छठ पूजा की तयारी में लगोगी
और वो, शु करके पानी खेलेगा
उसे डॉयपर पहने रहने दो,
बहुत जिद करता है
और सब उसे लड़ियाते है
तो, अपनी नाक अपने हाथों पोंछ कर
साफ सुथरा हूँ
ऐसा बताता है
है, न, बेहद नटखट
तुम्हारा राजा मुन्ना। …
बनारस की बयार
कल ही तुमने अपने नन्हे मुन्ने के लिए डिपेर लायी हो
किन्तु, वो तुमसे ज्यादा माइंडेड है
तुम उसे डॉयपर पहना देती हो तो, फ़ौरन उसे उतारना मचलता है
ताकि, फिरसे पानी का खेल कर सके
किन्तु, उसके लाड में आकर तुम उसकी डॉयपर मत उतारना
वरना तुम इधर उधर छठ पूजा की तयारी में लगोगी
और वो, शु करके पानी खेलेगा
उसे डॉयपर पहने रहने दो,
बहुत जिद करता है
और सब उसे लड़ियाते है
तो, अपनी नाक अपने हाथों पोंछ कर
साफ सुथरा हूँ
ऐसा बताता है
है, न, बेहद नटखट
तुम्हारा राजा मुन्ना। …
Sunday 26 October 2014
बनारस
बनारस की बयार
आप नाराज नही वरना आप तो
छठ-पूजा की तैयारियों में मस्त व् व्यस्त हो
ऐसे में तुम्हारा नन्हा बीटा हमेशा
शु शू करके
उसे थप थप कर खेलता रहता है आपके
पास उसके लिए वक़्त जो नही होता
जब कोई उसे आपके सामने लाता है तो वो, तुम्हे देखकर
अपनी नाक पोंछ कर स्वच्छ होने की
पोसिशन बताता है
तुम्हे उसकी हरकतों से हंसी आ जाती है
और आप हंसकर उसे अपने कलेजे से लगा लेती हो
वो, भी तो इन्ही चाहता है
भूखा जो होता है
आप नाराज नही हो ,
ये पता ऐसे चला की
मेरी मेरे पलंग पर गयी
और मुझे ये समझ में आ गया की
कोई हमसे नाराज नही है
हम सभी इन्ही चाहते है की कोई से किसी के
कभी नही रूठे आप ऐसी ही खुश रहिये
बनारस की बयार
आप नाराज नही वरना आप तो
छठ-पूजा की तैयारियों में मस्त व् व्यस्त हो
ऐसे में तुम्हारा नन्हा बीटा हमेशा
शु शू करके
उसे थप थप कर खेलता रहता है आपके
पास उसके लिए वक़्त जो नही होता
जब कोई उसे आपके सामने लाता है तो वो, तुम्हे देखकर
अपनी नाक पोंछ कर स्वच्छ होने की
पोसिशन बताता है
तुम्हे उसकी हरकतों से हंसी आ जाती है
और आप हंसकर उसे अपने कलेजे से लगा लेती हो
वो, भी तो इन्ही चाहता है
भूखा जो होता है
आप नाराज नही हो ,
ये पता ऐसे चला की
मेरी मेरे पलंग पर गयी
और मुझे ये समझ में आ गया की
कोई हमसे नाराज नही है
हम सभी इन्ही चाहते है की कोई से किसी के
कभी नही रूठे आप ऐसी ही खुश रहिये
Saturday 25 October 2014
बनारस
बनारस की बयार
बनारस
ये , बयार
आप नाराज मत होइए आपको नाराज करके
कोई भी खुश नही हो सकता
आप छठ पूजा में सलग्न व् व्यस्त है
आपके लिए सबको सम्भालना भी
बड़ा काम है
आप नाराज रहोगी,
तो, हम सबका नुकसान है
आपकी ख़ुशी में हम सब की ख़ुशी है
आप सच मने आपको चिड़ाने से
नुकसान हो गया है
मेरे पांव से पायल पता नही चला आप
खुश रहो
ताकि नुकसान नही हो
आप कितनी बिजी हो
पता है
आपको कितना सम्भालना होता है
आप सभी काम मन लगाकर करती हो
आपका मुन्ना बहुत पानी खेलता है
कंही भी थप थप चालू कर देता है बीएस उसे पानी दिख जाये
वो, उतावला हो जाता है
आप गुस्से में उसे कभी मारना नही
किन्तु, स्नेह से उसकी आप थपकी तो दे सकती हो ओके
आपको कोई कुछ नही कहेगा
बनारस की बयार
बनारस
ये , बयार
आप नाराज मत होइए आपको नाराज करके
कोई भी खुश नही हो सकता
आप छठ पूजा में सलग्न व् व्यस्त है
आपके लिए सबको सम्भालना भी
बड़ा काम है
आप नाराज रहोगी,
तो, हम सबका नुकसान है
आपकी ख़ुशी में हम सब की ख़ुशी है
आप सच मने आपको चिड़ाने से
नुकसान हो गया है
मेरे पांव से पायल पता नही चला आप
खुश रहो
ताकि नुकसान नही हो
आप कितनी बिजी हो
पता है
आपको कितना सम्भालना होता है
आप सभी काम मन लगाकर करती हो
आपका मुन्ना बहुत पानी खेलता है
कंही भी थप थप चालू कर देता है बीएस उसे पानी दिख जाये
वो, उतावला हो जाता है
आप गुस्से में उसे कभी मारना नही
किन्तु, स्नेह से उसकी आप थपकी तो दे सकती हो ओके
आपको कोई कुछ नही कहेगा
Friday 24 October 2014
बनारस की बयार
आप, आप नाराज क्यों है आपको , कोई भी
आपकी इक्षा के विरुद्ध itum bomb नही कह सकता
मैभी नही
मुझेआपकी नाराजगी मोल नही एनी
आप नाराज रहोगी तो, लिखना बंद हो जायेगा आपको यदि
कहा हो तो, सॉरी
आइन्दा आपको कोई नही चिढ़ाएगा
आप तो, सौभाग्यशालिनी
सिद्धेस्वरी हो आपकी
पूजा आराधना ,
आपकी रंगोली सब सिद्ध है
अपने सबको साध लिया
है हो तो ,
आप मुस्कराती हो तो, कितनी प्यारी हो
सच्ची सच्ची प्रंशा तो हम करते है
बाकि तो, आपको मक्खन लगते है
जो, सांड पसंद नही
मई लिख क्या हु
आप शरत क्या करूँ ये कसम तुम्हारी
अर्चना की। ………
आप, आप नाराज क्यों है आपको , कोई भी
आपकी इक्षा के विरुद्ध itum bomb नही कह सकता
मैभी नही
मुझेआपकी नाराजगी मोल नही एनी
आप नाराज रहोगी तो, लिखना बंद हो जायेगा आपको यदि
कहा हो तो, सॉरी
आइन्दा आपको कोई नही चिढ़ाएगा
आप तो, सौभाग्यशालिनी
सिद्धेस्वरी हो आपकी
पूजा आराधना ,
आपकी रंगोली सब सिद्ध है
अपने सबको साध लिया
है हो तो ,
आप मुस्कराती हो तो, कितनी प्यारी हो
सच्ची सच्ची प्रंशा तो हम करते है
बाकि तो, आपको मक्खन लगते है
जो, सांड पसंद नही
मई लिख क्या हु
आप शरत क्या करूँ ये कसम तुम्हारी
अर्चना की। ………
Thursday 23 October 2014
बनारस की बयार
आपके बनारस में बहुत रौशनी की गयी है गंगा जी के घाटों को
बहुत रौशनी से सजाया गया है बयार , पता है, मैंने गोविन्द मिश्र की कहानी पढ़ी
बनारस कशी का सुंदर चित्रण और
आपकी भेजी किताब, चंद्रकांत, भी पढ़ी,
शरद चटर्जी ने बनरश का कितना सजीव चित्र खिंचा है श्रीकांत, में भी कैसा जीवन है
बनारस की बयार
बनारस वालों का जीवन तो बनारस है
हमने नही देखा है, आपका खूबसूरत शहर किन्तु, तुम्हे देख कर
हमेशा तुम्हारे महानगर की अनुभूति होती है बयार, ये आप
itum bomb से इतना छिड़ती क्यों हो
मुझे भी पसंद नही, पटाखों का शोर, और प्रदुषण
आपके बनारस में बहुत रौशनी की गयी है गंगा जी के घाटों को
बहुत रौशनी से सजाया गया है बयार , पता है, मैंने गोविन्द मिश्र की कहानी पढ़ी
बनारस कशी का सुंदर चित्रण और
आपकी भेजी किताब, चंद्रकांत, भी पढ़ी,
शरद चटर्जी ने बनरश का कितना सजीव चित्र खिंचा है श्रीकांत, में भी कैसा जीवन है
बनारस की बयार
बनारस वालों का जीवन तो बनारस है
हमने नही देखा है, आपका खूबसूरत शहर किन्तु, तुम्हे देख कर
हमेशा तुम्हारे महानगर की अनुभूति होती है बयार, ये आप
itum bomb से इतना छिड़ती क्यों हो
मुझे भी पसंद नही, पटाखों का शोर, और प्रदुषण
Wednesday 22 October 2014
Monday 20 October 2014
Friday 17 October 2014
बनारस
बनारस की बयार जैसा हितेषी कौन होगा
देखो तो, अभी दिवाली लगी भी नही है
किन्तु, उसने मुझे बादाम भेजी है
लेकिन बयार इन बादामों को चबाना
कितना कठिन है
बयार कहती है की इन्हे भिगों के खाना है
और दिवाली में सभी सूखे मेवे इश्लीए भी कहते है
की, ये सहित में गर्मी देते है किन्तु, इस बरस तो
ठण्ड नही आई है
सब कुछ अस्त-व्यस्त है
हमे खेती करने वालों
और गोपालकों का धन्यवाद केन होगा
और गौ-वंस के प्रति करुणा करने की सिख देनी होगी पता है, जो गॉवों के बछड़े
होते है, उनकी देखभाल प्रसूता भांति करनी चाहिए
ये दुनिया में
प्रेम, ममता व् करुणा से ही हम
वक़्त व् मौसम बेरुखी को झेल सकते है
जन्हा तक हो सके
अपनों के लिए प्रेम दर्शाये
प्रेम बांटें,
ये सबसे बड़ा उपहार है
जो, बच्चे कुत्ते के बच्चों को
उनकी माओं से अलग कर देते है
उन्हें बताये, की वे जानवर भले हो,
किन्तु, उन्हें भी उनकी माँ से ही जीवन मिलता है
ये बादाम। .... बयार तुम्हारे दिल की तरह
कठोर है। …………
फिर भी धन्यवाद। ..........
बनारस की बयार जैसा हितेषी कौन होगा
देखो तो, अभी दिवाली लगी भी नही है
किन्तु, उसने मुझे बादाम भेजी है
लेकिन बयार इन बादामों को चबाना
कितना कठिन है
बयार कहती है की इन्हे भिगों के खाना है
और दिवाली में सभी सूखे मेवे इश्लीए भी कहते है
की, ये सहित में गर्मी देते है किन्तु, इस बरस तो
ठण्ड नही आई है
सब कुछ अस्त-व्यस्त है
हमे खेती करने वालों
और गोपालकों का धन्यवाद केन होगा
और गौ-वंस के प्रति करुणा करने की सिख देनी होगी पता है, जो गॉवों के बछड़े
होते है, उनकी देखभाल प्रसूता भांति करनी चाहिए
ये दुनिया में
प्रेम, ममता व् करुणा से ही हम
वक़्त व् मौसम बेरुखी को झेल सकते है
जन्हा तक हो सके
अपनों के लिए प्रेम दर्शाये
प्रेम बांटें,
ये सबसे बड़ा उपहार है
जो, बच्चे कुत्ते के बच्चों को
उनकी माओं से अलग कर देते है
उन्हें बताये, की वे जानवर भले हो,
किन्तु, उन्हें भी उनकी माँ से ही जीवन मिलता है
ये बादाम। .... बयार तुम्हारे दिल की तरह
कठोर है। …………
फिर भी धन्यवाद। ..........
Thursday 16 October 2014
Wednesday 15 October 2014
ये एक रिकॉर्ड है
बनारस की बयार को
घर से बहुत लगाव है
और झाड़ू लगाना भी कभी कभी पसंद है
वो, घर को व्यवस्थित करती है
उसे घर को करीने से रखना आता है
वो, घर को सजना सजाना भी जानती है
वो, वाकई काम करते हुए
बिंदास मुस्करा भी लेती है
अद्भुत है
बनारस की बयार की ये अदा
बहुत प्यारी और मासूम
बहुत भली है, वे
घर में झाड़ू लगाने को
अपना fev &permanant job
कहती है
वाकई उसका जवाब नही
आजकल वो बहुत बिजी है
आये उसकी व्यस्तता में
कुछ जनरल सवाल करते है
जो, की उसका साक्षात्कार भी मान सकते है
बनारस की बयार
ये बताइये की
दिवाली में आप क्या खास कर रही है
देखिये, बचके,
वे सवाल के साथ झाड़ू का कचरा भी
जवाब में आप पर फेंक सकती है
बंस ये, बनारस। .... की का संक्षिप्त है
ने कहा। । पहले, हम घर की स्वछता करेंगे
फिर , मुन्ने को खिलाएंगे
स्वच्छता। । मुन्ने को खिलाना आजकल
हमारा fev job ह
all time fev job...
ये बंस का उत्तर है। । बाकि कल। …
बनारस की बयार को
घर से बहुत लगाव है
और झाड़ू लगाना भी कभी कभी पसंद है
वो, घर को व्यवस्थित करती है
उसे घर को करीने से रखना आता है
वो, घर को सजना सजाना भी जानती है
वो, वाकई काम करते हुए
बिंदास मुस्करा भी लेती है
अद्भुत है
बनारस की बयार की ये अदा
बहुत प्यारी और मासूम
बहुत भली है, वे
घर में झाड़ू लगाने को
अपना fev &permanant job
कहती है
वाकई उसका जवाब नही
आजकल वो बहुत बिजी है
आये उसकी व्यस्तता में
कुछ जनरल सवाल करते है
जो, की उसका साक्षात्कार भी मान सकते है
बनारस की बयार
ये बताइये की
दिवाली में आप क्या खास कर रही है
देखिये, बचके,
वे सवाल के साथ झाड़ू का कचरा भी
जवाब में आप पर फेंक सकती है
बंस ये, बनारस। .... की का संक्षिप्त है
ने कहा। । पहले, हम घर की स्वछता करेंगे
फिर , मुन्ने को खिलाएंगे
स्वच्छता। । मुन्ने को खिलाना आजकल
हमारा fev job ह
all time fev job...
ये बंस का उत्तर है। । बाकि कल। …
Monday 13 October 2014
बनारस की
बनारस की बयार के बहाने बातें व् पत्र
पहली बात तो, ये की ये
जिंदगी है , इसे चलना होगा
आपकी जो भी हालत हो
आपको सकारात्मक होना होगा
हालत बदल जायेंगे
दूसरी बात ये की
प्रदेश उत्तर में प्रायः
प्रेम करने वालों को मार डालते है
ये प्यार करने वालों को रोकने के लिए है
किन्तु, जो प्यार करते है
वो, करते है
और मरते भी है
इसे हॉनर किलिंग कहते है
चलें पत्र लिखे
बनारस की बयार
आपका मिजाज कैसा है
आजकल, होड़हुड़ की वजह से
गंगा जी में उत्तल तरंगे चल रही है
बहुत तेज लहरें है
तेज बहाव है
तुमने क्या फिर
दीप जलाकर
गंगा जी को दीप दान किया है
आप अपने घर में मस्त रहो
और आपका मुन्ना भी
शरारतें करता रहे
वह, बहुत नटखट है
आप उसे संभालती हो
वो, कितना मचलकर
तुम्हारे पास आता है
ठीक है , मुझे भी
जिंदगी में बहुतेरे कार्य करने है
बनारस की बयार के बहाने बातें व् पत्र
पहली बात तो, ये की ये
जिंदगी है , इसे चलना होगा
आपकी जो भी हालत हो
आपको सकारात्मक होना होगा
हालत बदल जायेंगे
दूसरी बात ये की
प्रदेश उत्तर में प्रायः
प्रेम करने वालों को मार डालते है
ये प्यार करने वालों को रोकने के लिए है
किन्तु, जो प्यार करते है
वो, करते है
और मरते भी है
इसे हॉनर किलिंग कहते है
चलें पत्र लिखे
बनारस की बयार
आपका मिजाज कैसा है
आजकल, होड़हुड़ की वजह से
गंगा जी में उत्तल तरंगे चल रही है
बहुत तेज लहरें है
तेज बहाव है
तुमने क्या फिर
दीप जलाकर
गंगा जी को दीप दान किया है
आप अपने घर में मस्त रहो
और आपका मुन्ना भी
शरारतें करता रहे
वह, बहुत नटखट है
आप उसे संभालती हो
वो, कितना मचलकर
तुम्हारे पास आता है
ठीक है , मुझे भी
जिंदगी में बहुतेरे कार्य करने है
Sunday 12 October 2014
bnaras ki byar: चलिए चलिए बनारस के बयार के बहाने दूसरी बातें की जा...
bnaras ki byar: चलिए
चलिए बनारस के बयार के बहाने दूसरी बातें की जा...: चलिए चलिए बनारस के बयार के बहाने दूसरी बातें की जाए यंहा कैफ़े में हु एक लड़का साइड में बैठा तो पहले तो मेरे कम्प्यूटर को ही निहारता र...
चलिए बनारस के बयार के बहाने दूसरी बातें की जा...: चलिए चलिए बनारस के बयार के बहाने दूसरी बातें की जाए यंहा कैफ़े में हु एक लड़का साइड में बैठा तो पहले तो मेरे कम्प्यूटर को ही निहारता र...
चलिए
चलिए बनारस के बयार के बहाने दूसरी बातें की जाए
यंहा कैफ़े में हु एक लड़का साइड में बैठा तो पहले तो
मेरे कम्प्यूटर को ही निहारता रहा
फिर बादमे एक चालू लड़की जो
इस कैफ़े में काम करती है आ गयी
और उस लड़के के साथ इतनी बात करती रही की मेरा
एकाग्रता से लिखना मुश्किल हो गया
ये वो लड़की है,
जो, इस कैफ़े में मेरे पास आकर मुझसे कहती है
आप फेसबुक करती है
अब वो लड़का अपना कम्प्यूटर बंदकर मेरा ही देखने लगा ये गांव के लोग है
किन्तु वाहियात बहुत है
ये मेरे रिश्ते वालों का ही कैफ़े है
किन्तु परेशानी सभी को वंही है
जो, आपको एक सिटी बस में होती है
इतना आसान नही है की घरसे निकालकर आप
कैफ़े में जाये
ये बैकवर्ड एरिया है
औरतें व् लड़कियां यंहा धंदे करती है
पुरुष या लड़के सभी को इसी रूप में देखते है
ये सभी की समान समस्या होती है
कल, से हम बनर्ास की बयार में लेटर्स लिखेंगे
या लिखने की बातें करेंगे
चलिए बनारस के बयार के बहाने दूसरी बातें की जाए
यंहा कैफ़े में हु एक लड़का साइड में बैठा तो पहले तो
मेरे कम्प्यूटर को ही निहारता रहा
फिर बादमे एक चालू लड़की जो
इस कैफ़े में काम करती है आ गयी
और उस लड़के के साथ इतनी बात करती रही की मेरा
एकाग्रता से लिखना मुश्किल हो गया
ये वो लड़की है,
जो, इस कैफ़े में मेरे पास आकर मुझसे कहती है
आप फेसबुक करती है
अब वो लड़का अपना कम्प्यूटर बंदकर मेरा ही देखने लगा ये गांव के लोग है
किन्तु वाहियात बहुत है
ये मेरे रिश्ते वालों का ही कैफ़े है
किन्तु परेशानी सभी को वंही है
जो, आपको एक सिटी बस में होती है
इतना आसान नही है की घरसे निकालकर आप
कैफ़े में जाये
ये बैकवर्ड एरिया है
औरतें व् लड़कियां यंहा धंदे करती है
पुरुष या लड़के सभी को इसी रूप में देखते है
ये सभी की समान समस्या होती है
कल, से हम बनर्ास की बयार में लेटर्स लिखेंगे
या लिखने की बातें करेंगे
Saturday 11 October 2014
Friday 10 October 2014
बनारस
बनारस की बयार
जिसके नाम के साथ शुक्ल लगा होता रहा
आजकल , ये नही पता की वो
अपने नामके साथ क्या लिखती है
चलिए उसे हम एक प्रेम-पाती लिखे
प्रिये , बनारस की बयार
स्नेहाशीष
आप कैसी है ,
बहुत दिन हुए , आपको खत लिखने का मन तो था
किन्तु, आपका पता ही नही
तो, लिखे पत्र कहा भेजे
उन्हें गंगा जी में तो , नाव बनाकर नही डाल सकते
बनारस की बयार
तुम इतनी अच्छी हो की
सभी तुम्हे चाहते है तुम कल, क्या
करवा- चौथ मना रही हो
तुम सारा दिन बिना पानी के रहो
तकलीफ तो होती है
किन्तु, तुम्हे ख़ुशी मिले उसमे सभी की ख़ुशी है
बनारस की बयार
तुम्हे सारा प्यार
ऐसे ही सजा रहे
तुम्हारा सुंदर संसार
बहुत सी बातें लिखनी है
किन्तु, वो कबूतर अपनी नीली कबूतरी को
मिलने जाने जल्दी कर रहा है
बहुत याद आती है , तेरी
और। ……… बीएस
तुम्हारी प्रांशिका
बनारस की बयार
जिसके नाम के साथ शुक्ल लगा होता रहा
आजकल , ये नही पता की वो
अपने नामके साथ क्या लिखती है
चलिए उसे हम एक प्रेम-पाती लिखे
प्रिये , बनारस की बयार
स्नेहाशीष
आप कैसी है ,
बहुत दिन हुए , आपको खत लिखने का मन तो था
किन्तु, आपका पता ही नही
तो, लिखे पत्र कहा भेजे
उन्हें गंगा जी में तो , नाव बनाकर नही डाल सकते
बनारस की बयार
तुम इतनी अच्छी हो की
सभी तुम्हे चाहते है तुम कल, क्या
करवा- चौथ मना रही हो
तुम सारा दिन बिना पानी के रहो
तकलीफ तो होती है
किन्तु, तुम्हे ख़ुशी मिले उसमे सभी की ख़ुशी है
बनारस की बयार
तुम्हे सारा प्यार
ऐसे ही सजा रहे
तुम्हारा सुंदर संसार
बहुत सी बातें लिखनी है
किन्तु, वो कबूतर अपनी नीली कबूतरी को
मिलने जाने जल्दी कर रहा है
बहुत याद आती है , तेरी
और। ……… बीएस
तुम्हारी प्रांशिका
Wednesday 8 October 2014
bnaras ki byar: और इस एक पोस्ट के साथ बनारस की बयार के कुल १००० ...
bnaras ki byar: और इस एक पोस्ट के साथ
बनारस की बयार के
कुल १००० ...: और इस एक पोस्ट के साथ बनारस की बयार के कुल १००० पोस्ट हो गयी है ये एक इतिहास है जो बनारस की बयार के नाम दर्ज है हम उसके शुक्रगुजा...
बनारस की बयार के
कुल १००० ...: और इस एक पोस्ट के साथ बनारस की बयार के कुल १००० पोस्ट हो गयी है ये एक इतिहास है जो बनारस की बयार के नाम दर्ज है हम उसके शुक्रगुजा...
और इस एक पोस्ट के साथ
बनारस की बयार के
कुल १००० पोस्ट हो गयी है
ये एक इतिहास है
जो बनारस की बयार के नाम दर्ज है
हम उसके शुक्रगुजार है
जिसकी वजह से
आप सबके साथ
इतना प्यारा वक़्त गुजरा है
आप पूर्णिमा भी है
और चन्द्र-ग्रहण भी है
मौसम कुछ अलग है
कुछ लोग कह रहे है की मौसम भी आज दीवाना हुआ है
नदियों व् गंगा जी के किनारे
एक अलग समान , समां है
बनारस की बयार के
कुल १००० पोस्ट हो गयी है
ये एक इतिहास है
जो बनारस की बयार के नाम दर्ज है
हम उसके शुक्रगुजार है
जिसकी वजह से
आप सबके साथ
इतना प्यारा वक़्त गुजरा है
आप पूर्णिमा भी है
और चन्द्र-ग्रहण भी है
मौसम कुछ अलग है
कुछ लोग कह रहे है की मौसम भी आज दीवाना हुआ है
नदियों व् गंगा जी के किनारे
एक अलग समान , समां है
Friday 3 October 2014
Thursday 2 October 2014
जानू
तुझे याद है
सिर्फ आज कहने दे
पता है
वो, दशहरा
जब मैंने कहा
कुछ मांग लो
आज दशहरा है
विजयादशमी है
तो, आप बोली,
नही मुझे कुछ नही चाहिए
मुझे तुम्हारा ये
तुनकमिजाज भरा
स्वाभिमान बहुत प्यारा लगा था फिर
फिर तुम जैसे कुछ याद आया हो
ऐसे तुम बोली
मुझे जानू मत कहिये
मुझे हंसी आणि ही थी
आखिर तुमने न न करते
कुछ माँगा था
तबसे जानू नही कहती
कैसी हो
बनारस की बयार
जल्दी में हूँ
वरना तुम्हारी
प्यारी अदाओं की
और बातें बताते
तुझे याद है
सिर्फ आज कहने दे
पता है
वो, दशहरा
जब मैंने कहा
कुछ मांग लो
आज दशहरा है
विजयादशमी है
तो, आप बोली,
नही मुझे कुछ नही चाहिए
मुझे तुम्हारा ये
तुनकमिजाज भरा
स्वाभिमान बहुत प्यारा लगा था फिर
फिर तुम जैसे कुछ याद आया हो
ऐसे तुम बोली
मुझे जानू मत कहिये
मुझे हंसी आणि ही थी
आखिर तुमने न न करते
कुछ माँगा था
तबसे जानू नही कहती
कैसी हो
बनारस की बयार
जल्दी में हूँ
वरना तुम्हारी
प्यारी अदाओं की
और बातें बताते
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