Tuesday 4 March 2014

मुम्बई में हूँ 
यंहा मुम्बई में हूँ 
ये वो सब नही 
जो मई बचपन में पढ़ती थी आज क्या 
पढ़ाया जा रहा 
सच क्या 
झूठ क्या 
वो, पाठ्य पुस्तकों के गीत क्या 
और कविता क्या 
मई सोचती हूँ कंहा है प्रेमचंद 
कंहा है , रविन्द्र 
कंहा है, सुभाष 
और कंहा है भगतसिंह 
मई ये किस देश में हु वो, हल ले जाते 
किशानों के दृश्य 
वो गौओं के बेफिक्र झुण्ड कंहा है वो, रम्भाती 
पिन्हाती गौएँ कंहा है 
जो गोधूलि कि बेला में लौटती थी तो, बछड़ों 
को उनके लिए उछलते दौड़ते देखते थे 
वो, मेरा प्यारा देश कंहा खो गया है 

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