आप सपने में आयी
और मुस्करा रही थी क्या बताना छह रही थी क्या
किसी बात से आगाह क्र रही थी, आप
वर्ण , वरना आप यूँ सपने में नही आती
शायद आप कोई सन्देश दे रही हो
जो, भी हो
दिए जलाये
शाम को दहलीज आँगन पर
आपकी सिद्दी पूजा -अर्चना से मुझे
शांति, सुकून, व् सफलता मिले
आप मुझे जिंदगी में बचा सको
यंही, शिव जी से प्राय कीजिये
और मुस्करा रही थी क्या बताना छह रही थी क्या
किसी बात से आगाह क्र रही थी, आप
वर्ण , वरना आप यूँ सपने में नही आती
शायद आप कोई सन्देश दे रही हो
जो, भी हो
दिए जलाये
शाम को दहलीज आँगन पर
आपकी सिद्दी पूजा -अर्चना से मुझे
शांति, सुकून, व् सफलता मिले
आप मुझे जिंदगी में बचा सको
यंही, शिव जी से प्राय कीजिये
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