सजनी सभा के कार्यक्रम में रम्भा अर्चना से मिली
उसने अर्चना को बधाई दी कि ,
कमसेकम उसने मनचले आशिक को
अपना सबक सिखाया
बहार का रास्ता दिखाया
रम्भा ने
रम्भा
रम्भा
रम्भा ने अर्चना से पूछ कि
वो, मन्नू को कैसे जानती है
इसपर अर्चना का जवाब था
कि, मन्नू उसका मुंह बोला मजनू है
सुनकर रम्भा ने भी माना कि
मन्नू उसका ,मुंहबोला आशिक है
उसने अर्चना को बधाई दी कि ,
कमसेकम उसने मनचले आशिक को
अपना सबक सिखाया
बहार का रास्ता दिखाया
रम्भा ने
रम्भा
रम्भा
रम्भा ने अर्चना से पूछ कि
वो, मन्नू को कैसे जानती है
इसपर अर्चना का जवाब था
कि, मन्नू उसका मुंह बोला मजनू है
सुनकर रम्भा ने भी माना कि
मन्नू उसका ,मुंहबोला आशिक है
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